स्व. डॉ. राकेश बिश्नोई आत्महत्या प्रकरण में 6 दिन से एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर डटे परिजनों और हनुमान बेनीवाल धरने पर 7वे दिन सरकार से चल रहा गतिरोध समाप्त हुआ ।
शुक्रवार को भारी बारिश के बावजूद सांसद हनुमान बेनीवाल हजारों समर्थकों के साथ मोर्चरी के बाहर धरने पर डटे रहे और सरकार पर दबाव बनाया। इससे एक दिन पहले गुरुवार को बेनीवाल ने सरकार को चेतावनी दी थी कि यदि सरकार परिजनों की मांगें नहीं मानती है तो सर्व समाज के साथ मिलकर सीएम आवास का घेराव किया जाएगा। उनकी इस घोषणा के बाद जयपुर सहित आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग जयपुर पहुंचे और मोर्चरी के बाहर एकत्रित होने लगे, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया।
बारिश के बीच डटे रहे
दोपहर करीब 2 बजे सांसद बेनीवाल अपने हजारों लोगों के साथ SMS की मोर्चरी के बाहर पहुंचे। बेनीवाल खुद चार घंटे तक लगातार बारिश में भीगते हुए धरने पर बैठे रहे और समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा – मुझे मालूम है कि इस असंवेदनशील सरकार को झुकाने के लिए आप सबकी बाजुएं फड़क रही हैं, लेकिन हमारी जिम्मेदारी कानून व्यवस्था बनाए रखने की भी है। अगर सरकार संतोषजनक समाधान नहीं देती, तो हम पीछे नहीं हटेंगे।
सरकार से बनी सहमति – डेलिगेशन की बैठक में तय हुए ये निर्णय-
शाम क़रीब 6:30 बजे सरकार ने दबाव के चलते बातचीत शुरू की, जिसमें परिजनों और सांसद बेनीवाल की ओर से प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। बैठक में निम्नलिखित मांगों पर सहमति बनी:
विभागाध्यक्ष को तुरन्त प्रभाव से APO किया गया ।
जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार के नेतृत्व में एसआई टी गठित होगी जो मामले की जांच कर 45 दिन में रिपोर्ट देंगे।
जोधपुर में एक्मो मशीन होते हुए भी जयपुर रैफर करने के प्रशासनिक निर्णय की प्रशासनिक जांच होगी।
मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाएगी
उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
