जयपुर में सोमवार को हुई तेज बारिश के दौरान गोपालपुरा बायपास स्थित करतारपुरा नाले में एक युवक की मौत हो गई। युवक पैर फिसलने से तेज बहाव में बह गया। लोगों का कहना था कि नाले पर किसी तरह की कोई सुरक्षा नहीं है।
इस पर दैनिक भास्कर टीम करतापुर नाले की हकीकत जानने पहुंची। इस हादसे के बाद भी न तो रेलिंग थी और न दीवार। जो रेलिंग और दीवार थी वे भी पूरी तरह से टूटी हुई। यहां मौजूद लोगों ने बताया कि हालात ऐसे है कि हम भी बह सकते है।
इसके बाद टीम 22 गोदाम से परिवहन विभाग के सामने तक नाले पर पहुंची। करीब 20 फुट की दूरी पर नाला पूरी तरह खुला है। वहां कोई सुरक्षा रेलिंग नहीं है। इमली फाटक से सुदर्शनपुरा की तरफ भी स्थिति खराब है। यहां रेलिंग टूटी हुई है। कई जगह गैप बन गए है।

करतारपुरा नाले पर टूटी दीवार, बांस की बल्लियों से अस्थाई बैरिकेडिंग
सुदर्शनपुरा से करतारपुरा की ओर जाने वाले रास्ते पर आवासीय कॉलोनी के पास नाले की दीवार पूरी तरह टूटी हुई है। वहां मिट्टी के कट्टे और बांस की बल्लियों से अस्थाई बैरिकेडिंग की गई है। इससे पहले भी इसी नाले में एक स्कूटर सवार की मौत हो चुकी है। उस वक्त युवक केशव को ढूंढने में काफी समय लगा था। फिर भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। नाले की दीवार भी पूरी तरह से टूटी हुई थी। बचाव के लिए कुछ पत्थर और मलबा रखा हुआ था।

स्थानीय लोग बोले हादसे के बाद भी अधिकारी नहीं जागे
स्थानीय निवासी अभिजीत सिंह ने बताया- वह इस रास्ते से हमेशा बाइक से गुजरते है। लेकिन सोमवार को हुए हादसे के बाद उन्हें डर लगता है। उन्होंने बताया- सरकार को यहां नाले पर रेलिंग लगाई जानी चाहिए। नाले की सफाई की जानी चाहिए। लापरवाही के कारण बारिश के दौरान यहां हादसा हो सकता है।
यहां मौजूद मयंक ने बताया- यहां जो हालात है सही नहीं है, यह काफी खतरनाक है। यहां एक्सीडेंट भी हो सकता है। इन हालातों में तेज बारिश में हम बह सकते है। ऐसे में प्रशासन को नाले की दीवारों को सही करना चाहिए। उन्होंने बताया- हाल ही में एक युवक बह गया, फिर भी प्रशासन के अधिकारी नहीं चेते। नाले की दीवारें टूटी है लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
सोमवार को करतारपुरा नाले में बहने से युवक की हुई थी मौत
शहर में सोमवार को हुई तेज बरसात के दौरान गोपालपुरा बाईपास मानसरोवर थाना इलाके में स्थित करतारपुरा नाले में बहने से एक युवक की मौत हो गई। युवक नाले में ही बने कबाड़ के गोदाम में काम करता था। वह दोपहर में नाले की तरफ गया था। तभी पैर फिसलने से पानी के तेज बहाव में बह गया। उसे बहता देखकर वहां मौजूद एक महिला व युवक बचाने के लिए चिल्लाए। लोग बचाने के लिए आए, तब तक वह डूब गया। इसके बाद मानसरोवर थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस व सिविल डिफेंस की टीम ने चार घंटे सर्च ऑपरेशन चला कर घटना स्थल से 400 मीटर दूर शाम करीब 4:30 बजे शव को बाहर निकाला।

तेज बहाव में कपिल उर्फ शकील (28) निवासी खेर अलीगढ़ यूपी हाल गुर्जर थड़ी की मौत
नाले में आए पानी के तेज बहाव में कपिल उर्फ शकील (28) निवासी खेर अलीगढ़ यूपी हाल गुर्जर थड़ी की मौत हो गई। वह नाले में बने हमीद के गोदाम में काम करता था। हादसा सुबह करीब 11:30 बजे हुआ। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पानी का बहाव तेज होने और नाला गहरा होने के कारण शव की खोज नहीं की जा सकी। इसके बाद सिविल डिफेंस की टीम को बुलाया गया। सिविल डिफेंस की टीम ने करीब 4 घंटे सर्च ऑपरेशन चलाया। घटनास्थल से करीब 400 मीटर दूर शव को गहरे पानी में कचरे के ढेर में फंसा हुआ पाया। इसके बाद रस्से व पंजे से बाहर निकाला।
परिवार से अलग रहता था कपिल उर्फ शकील
थानाधिकारी लखन सिंह खटाना ने बताया कि मृतक कपिल का माता-पिता व परिवार आजाद नगर कच्ची बस्ती ट्रांसपोर्ट नगर में रहता है। कपिल उर्फ शकील परिवार से अलग रहता था। घटना के बाद परिजनों को घटना की सूचना दी गई। उसके एक तीन साल का बेटा है। हादसे के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

नाले में बह गई थी कार
आयुष गर्ग 2016 में अपने बड़े भाई को कोचिंग छोड़कर घर लौट रहा था। आयुष जिस कार में सवार था, वह पानी के तेज बहाव में करतारपुरा नाले के अंदर गिर गई। जैसे तैसे कार का दरवाजा खोलकर आयुष कार के बोनट पर आ कर बैठ गया। नाले के किनारे चाय की थड़ी लगाने वाले प्रत्यक्षदर्शी जितेन्द्र नाथ ने बताया कि वह इतना घबरा गया था कि उसे समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या करें?
हमने उसे कहा भी कि वह किनारे उगी पीपल की जड़ पकड़ ले, हम उसे रस्सी फेंककर खींच लेंगे, लेकिन वह बिल्कुल जड़वत हो गया था। अचानक कार पलटी और वह नीचे नाले में गिर गया। 7 दिन बाद गुर्जर की थड़ी के पास नाले के मुहाने से आयुष का शव मिला। आज आयुष का बड़ा भाई विनायक गर्ग विदेश में सैटल है। बहन दीक्षा की शादी हो गई है। मां उषा और पिता श्यामलाल गर्ग की आंखें आज भी उस हादसे काे याद कर नम हो जाती है।

दुर्गापुरा नाले पर पुलिया पर काम जारी भास्कर टीम करतारपुरा नाले के बाद दुर्गापुरा नाले पर भी पहुंची। जहां पिछले साल भास्कर ने विभाग को चेताया था कि तेज बहाव में भी चौपहिया और दोपहिया वाहन नाले पर बनी पुलिया को क्रॉस कर रहे हैं। जिसके बाद बड़ा हादसा हो सकता है। हालांकि इस साल यह तस्वीर कुछ सुधरी हुई नजर आई। दुर्गापुरा नाले पर नाले के ऊपर ऊंची पुलिया बनाने का काम जारी है जो कि जेडीए के द्वारा किया जा रहा है। ऐसे में अभी दुर्गापुर नाल का रास्ता बंद किया हुआ है।
