खाटूश्यामजी के मेले में मंगलवार को द्वादशी पर बाबा को भोग आरती और निशान चढ़ाया गया। इसके साथ ही 12 दिन तक चले वार्षिक फाल्गुनी लक्खी मेले का समापन हो गया। होली की रात से करीब 43 घंटे तक बंद रहेंगे बाबा के दर्शन। मंदिर में बाबा की सेवा-पूजा और तिलक किया जाएगा। इस संबंध में मंदिर कमेटी ने सूचना जारी की है।
मंदिर कमेटी के मंत्री श्याम सिंह चौहान ने आदेश जारी कर बताया- 14 मार्च को होली पर्व पर श्याम प्रभु की विशेष सेवा-पूजा और 15 मार्च को तिलक होगा। ऐसे में 13 मार्च की रात 10 बजे से 15 मार्च की शाम 5 बजे तक दर्शन बंद रहेंगे। बता दें कि हर अमावस्या के बाद और विशेष पर्व जैसे होली, दिवाली पर बाबा की विशेष सेवा-पूजा और तिलक किया जाता है।

बाबा श्याम से होली खेलकर जाएंगे भक्त मंदिर प्रशासन ने बताया- मंगलवार को द्वादशी होने के कारण बाबा श्याम को परंपरागत रूप से खीर चूरमे का भोग लगाया गया। इसके साथ मंदिर में छप्पन भोग की झांकी सजाई गई। बाबा श्याम की भोग आरती के बाद लक्खी मेले के समापन की औपचारिक घोषणा श्री श्याम मंदिर कमेटी की ओर से की गई। जिसके बाद भक्त बाबा श्याम के दर्शन कर वापस अपने घरों को लौटने लगे। वहीं हजारों श्याम भक्त बाबा श्याम के साथ होली खेलने के लिए श्याम नगरी में रुके हुए हैं और होली के बाद ही खाटू धाम से रवाना होंगे।

पिछले साल की तुलना में कम पहुंचे भक्त मंदिर कमेटी के मैनेजर संतोष शर्मा ने बताया- लक्खी मेले में इस बार देशभर से 20 लाख भक्त आए। पिछले साल 2024 में लक्खी मेले में मंदिर कमेटी के अनुमान के मुताबिक करीब 30 लाख भक्त आए थे। पिछले साल के मुकाबले इस साल मेले में भक्तों की संख्या 10 लाख कम रही है।
