डीग में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे के सामने महाराजा सूरजमल ब्रज यूनिवर्सिटी के कुलपति रमेश चंद्रा और एक पूर्व छात्र नितेश चौधरी में बहस हो गई।
राज्यपाल के सामने ही छात्र ने कुलपति से कहा- आप पैसे कमाने आए हैं। कुलपति ने छात्र को ब्लैकमेलर बताया और कहा- एफआईआर दर्ज कराऊंगा।
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे मंगलवार सुबह डीग के कुम्हेर स्थित महाराजा सूरजमल ब्रज यूनिवर्सिटी निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान ABVP के प्रांत सह मंत्री और पूर्व छात्र नितेश चौधरी यूनिवर्सिटी के स्टाफ के बीच से उनसे मिलने पहुंच गए।

राज्यपाल के सामने कुलपति और छात्र के बीच कैसे चली बहस…
पूर्व छात्र नितेश चौधरी ने राज्यपाल से कहा कि कुलपति दिल्ली से अपने लोगों को बुलाकर यूनिवर्सिटी में भर्ती कर रहे हैं।
कुलपति ने कहा दिल्ली से कौन है? वह लोग अनपढ़ हैं क्या?
राज्यपाल ने नितेश चौधरी से पूछा- आप यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं क्या?
नितेश चौधरी ने कहा- मैं MSJ कॉलेज में पढ़ता हूं। इस बीच अचानक से कुलपति बोले- पढ़ता था। नितेश चौधरी ने कहा- पढ़ता हूं, आप को यह ही मालूम नहीं है।
राज्यपाल ने नितेश चौधरी से पूछा कहां है यह कॉलेज।
नितेश ने जवाब में कहा- भरतपुर में।
कुलपति ने राज्यपाल से कहा- नितेश 5 साल पहले स्टूडेंट था, अब स्टूडेंट नहीं है।
नितेश चौधरी अपना आई कार्ड दिखाने लगा।
कुलपति ने राज्यपाल से कहा- यह फर्जी आई कार्ड है।
नितेश ने कुलपति से कहा- आप को क्या पता है, आपको तो पैसे कमाने से मतलब है।
कुलपति ने कहा कि तुम भी पैसा कमाते हो, हमसे मांगते हो। तुम ब्लैकमेलर हो बहुत बड़े। दोनों के बीच तीखी बहस होने लगी।
राज्यपाल ने दोनों को शांत करवाया।
कुलपति ने राज्यपाल से कहा कि यह फर्जी मार्कशीट का धंधा करते हैं।
नितेश ने कुलपति से कहा- आप चेक करवाओ। कुलपति ने कहा- चेक करवाएंगे। आपके खिलाफ एफआईआर करवाएंगे।

जानिए-राज्यपाल ने छात्र से क्या कहा?
राज्यपाल ने ABVP के प्रांत सह मंत्री से उसका नाम पूछा, फिर नितेश से कहा कि तुम परिषद का काम करो, परिषद का काम क्या है? बच्चों को अच्छी सुविधा मिलना। बच्चों की पढ़ाई अच्छी होना।

अगर बच्चों को कोई असुविधा होती है तो, उस पर ध्यान देना। तुम्हारे पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। जिससे आप बोलो की भ्रष्टाचार हो रहा है।
पूर्व छात्र ने क्या कहा?
नितेश ने बताया कि इसी साल उसने महारानी श्री जया गवर्नमेंट पीजी कॉलेज(MSJ) से पॉलिटिकल साइंस से एमए किया था।। यूनिवर्सिटी में ड्राइंग- पेंटिंग से एमए में एडमिशन के लिए अप्लाई किया था, लेकिन कुलपति के कारण उन्हें एडमिशन नहीं दिया गया।
