आमेट और केलवा क्षेत्र की मार्बल फैक्ट्रियों से कॉपर केबल चोरी के मामले में पुलिस को एक और सफलता मिली है। आमेट थाना पुलिस ने 15 जून को मदनलाल उर्फ मुनिम को गिरफ्तार किया।
थानाधिकारी ओम सिंह चुंडावत ने बताया कि क्षेत्र की मार्बल फैक्ट्रियों से लगातार केबल चोरी की शिकायतें मिल रही थीं। इस पर विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह, शंभूप्रताप सिंह, और कांस्टेबल अर्जुन सिंह एवं सुनील को शामिल किया गया।
पुलिस टीम ने विभिन्न स्थानों की रेकी कर भगवान्दा खुर्द निवासी मदनलाल को गिरफ्तार किया। वह पिछले दो महीनों से फरार चल रहा था। न्यायालय से उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
पूछताछ में मदनलाल ने स्वीकार किया कि उसने अपने दो साथियों- लक्ष्मणलाल और बाबूलाल के साथ मिलकर 34 से अधिक मार्बल फैक्ट्रियों और गैंगस (जनरेटर हाउस) से कॉपर केबल चुराई हैं। इस मामले में पुलिस पहले ही लक्ष्मणलाल को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि तीसरा आरोपी बाबूलाल अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। जांच अधिकारियों का मानना है कि आरोपियों से पूछताछ में और भी चोरियों का खुलासा हो सकता है।
इस तरह देते थे वारदात को अंजाम
गिरफ्तार मदनलाल भील ने बताया कि वह और उसके दोनों साथी मोटरसाइकिल से निकलते समय अपने मोबाइल पहले ही बंद कर देते थे। वे दिनभर मार्बल फैक्ट्रियों की रेकी कर चोरी की संभावित जगहें तय करते थे। रात में करीब एक बजे वे तीनों रेकी की गई फैक्ट्रियों या गैंगसों में प्रवेश करते और मोटरसाइकिल को काफी दूर सुनसान स्थान पर खड़ा कर देते, ताकि किसी की नजर न पड़े।
इसके बाद वे कॉपर की केबल काटकर फैक्ट्री से बाहर निकालते और टुकड़ों में काटकर साथ ले जाते थे। सुनसान जगह पर केबल जलाकर उसमें से तांबा निकालते थे। वारदात के दौरान तीनों मुंह कपड़े से ढंके रखते थे। पहचान छुपाने के लिए वे रैकी और चोरी करते समय अलग-अलग प्रकार के कपड़े पहनते थे। आरोपी ने बताया कि वे एक-दो दिन छोड़कर लगातार वारदात को अंजाम देते थे। पूछताछ में मदनलाल ने यह भी कबूला कि वे यह चोरी महज शौक और मौज-मस्ती के लिए करते थे।
