जयपुर डेयरी में लगे जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (जेडएलडी) प्लांट से जयपुर जेडीए ने 2 लाख लीटर पानी जलधारा के लिए मांगा है। ये पानी जलधारा में बहाने और वहां बने फव्वारों को संचालित करने में उपयोग किया जाएगा। इसके लिए जयपुर डेयरी एमडी ने पानी उपलब्ध करवाने पर सहमति जताते हुए अगले माह से पानी की सप्लाई शुरू करने के लिए कहा है।
जयपुर डेयरी के एमडी मनीष फौजदार ने बताया- राज्य में अभी जल व पर्यावरण संरक्षण अभियान ‘वंदे गंगा’ चलाया जा रहा है, जिसके तहत जयपुर डेयरी में भी काम किया जा रहा है। हमने आज 160 पौधे लगाए हैं।। इस अभियान के तहत हमारी समितियों के ऑफिस और दूसरी जगहों पर भी मानसून सीजन में पौधे लगाए जाएंगे।

पानी को ट्रीट कर अलग-अलग तरीके से लेंगे उपयोग में
फौजदार ने बताया- पानी संरक्षण के लिए हमारे यहां 20 करोड़ की लागत से जेडएलडी प्लांट लगाया है। 12 लाख लीटर की क्षमता के इस प्लांट से हम जयपुर डेयरी से निकलने वाले वेस्ट पानी को साफ करके (ट्रीटमेंट करके) वापस उसका उपयोग कर रहे हैं।
वर्तमान में हम इस ट्रीटमेंट प्लांट से साफ होने वाली पानी में से एमएनआईटी परिसर में सिंचाई के लिए 2 लाख लीटर पानी, जवाहर सर्किल गार्डन में सिंचाई के लिए 4 लाख लीटर पानी दे रहे हैं। जबकि 6 लाख लीटर रिसाइकिल हुआ पानी हम हमारे ही प्लांट में मशीनरी को साफ करने, गार्डन में सिंचाई करने और अन्य कार्यों में उपयोग ले रहे है।
2 लाख लीटर पानी जलधारा में देंगे
जेडीए प्रशासन ने हमारे यहां बच रहे 2 लाख लीटर पानी की मांग की है, जिसे ओटीएस के पास जलधारा में उपयोग लेने की बात कही है। यहां बने गार्डन में सिंचाई करने, फव्वारों में पानी चलाने और यहां बनी आर्टिफिशियल लेक में पानी बहाने के लिए ये पानी उपयोग में लिया जाएगा।
