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नागौर पुलिस की बड़ी कामयाबी: संदिग्ध बैंक खातों के खिलाफ अभियान में एक साइबर ठग गिरफ्तार

जयपुर, । नागौर जिले की साइबर थाना पुलिस ने साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग आसिफ खान को गिरफ्तार किया है, जिसने भोले-भाले लोगों को झांसा देकर उनके बैंक खातों का दुरुपयोग किया और लाखों रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
यह कार्रवाई नागौर पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस के निर्देशन में साइबर थानाधिकारी उम्मेद सिंह उप अधीक्षक के नेतृत्व में की गई।
मेडिकल क्लेम का झांसा देकर धोखाधड़ी
एसपी टोगस ने बताया कि सुरेश मेघवाल पुत्र साबुराम निवासी फिदौड़ ने शिकायत दर्ज कराई थी कि करीब 12 महीने पहले उनकी बच्ची के बीमार होने के दौरान उनकी मुलाकात ई-मित्र संचालक आसिफ खान से हुई। कुछ समय बाद वह खुद करंट लगने से अस्पताल में भर्ती हुआ तो आसिफ ने उसे अनुसूचित जाति का होने और करंट लगने का क्लेम दिलवाने का झांसा दिया। आसिफ ने उससे आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित बैंक पासबुक और फोटो सहित व अन्य दस्तावेज मांगे।
इतना ही नहीं आसिफ ने सुरेश से एक नई मोबाइल सिम भी ली और उनके नाम पर मरुधर ग्रामीण बैंक और महाराष्ट्र बैंक में नए खाते खुलवाए। धोखाधड़ी से आसिफ ने सुरेश की बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड और चेक बुक अपने पास रख ली। सुरेश को इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि आसिफ उनके खातों का इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए करेगा। जब पुलिस का नोटिस आया, तब सुरेश को पता चला कि उनके बैंक खातों में फ्रॉड की राशि जमा हुई है और उनके खिलाफ शिकायत दर्ज है। आसिफ ने सुरेश के दस्तावेजों और बैंक खातों का दुरुपयोग कर लाखों रुपये की ठगी को अंजाम दिया।
भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज और एटीएम कार्ड जब्त
नागौर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी आसिफ खान पुत्र अहसान खान (35) निवासी बासनी चौराया थाना कोतवाली को गिरफ्तार कर लिया।
आसिफ एक ई-मित्र संचालक भी है और ‘साइबर वर्ल्ड इंटरनेट कैफे, मानसिर, नागौर’ से अपना धंधा चलाता था। पुलिस ने आसिफ के कब्जे से अलग-अलग बैंकों के 43 एटीएम कार्ड, 06 चेक बुक, 04 पासबुक, 02 पैन कार्ड, 01 भामाशाह कार्ड, 01 वाहन चालक लाइसेंस और 01 पुलिस विभाग का पहचान पत्र भी जब्त किया है। आरोपी को न्यायालय के आदेशानुसार जेल भेज दिया गया है।
साइबर थाना नागौर पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी व्यक्ति के कहने पर अपना बैंक खाता न खोलें, खासकर यदि कोई सहायता, मुआवजा या योजना के नाम पर ऐसा करने को कहता है। अपने बैंक खाते से संबंधित दस्तावेज जैसे पासबुक, एटीएम कार्ड, चेकबुक या सिम कार्ड किसी अन्य व्यक्ति को कभी न सौंपें। यदि कोई व्यक्ति आपके नाम पर खाता खुलवाकर दस्तावेज अपने पास रखने की मांग करता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। अपने बैंक खाते पर नियमित निगरानी रखें और किसी भी अज्ञात लेनदेन की जानकारी तुरंत बैंक और पुलिस को दें। प्रलोभन या लालच में आकर अपनी पहचान के दस्तावेज या बैंक विवरण किसी को भी सौंपना कानूनी रूप से अत्यंत खतरनाक हो सकता है।

Kashish Bohra
Author: Kashish Bohra

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