सवाई माधोपुर में रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर अभी भी खतरा बरकरार है। यहां से बाघिन टी-84 के तीनों शावकों की शिफ्टिंग हाल ही में कर दी गई थी। इसके बाद श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली थी। लोगों को लगने लगा था कि अब त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग से खतरा टल गया है, लेकिन बुधवार को एक बार फिर से यहां टाइगर का मूवमेंट दिखाई दिया। जिससे लोगों की चिंताएं बढ़ गई है। यहां लोगों बीच फिर से हादसे की आशंका बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह करीब 8:30 बजे एक टाइगर जंगल से निकलकर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर आ गया। यहां पर करीब 15 मिनट तक टाइगर का मूवमेंट बना रहा। जिससे एकबारगी यहां भय का माहौल बन गया। हालांकि वन विभाग की ओर से दुपहिया वाहनों को त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर प्रवेश नहीं देने से हमले की संभावनाएं कम थी, लेकिन इस दौरान यहां पर चौपाहिया वाहनों की लंबी कतार लग गई।
15 से 20 मिनट तक करता रहा चहलकदमी इस दौरान यहां पर टाइगर करीब 15 से 20 मिनट तक चहलकदमी करता रहा। जिसके बाद टाइगर ने जंगल की ओर रुख किया, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली। वन विभाग की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की है कि यह कौनसा टाइगर था। आपको बता दे कि रणथम्भौर में पिछले दो-तीन माह में बाघ के हमले 3 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें सात वर्षीय बालक कार्तिक सुमन को टाइगर ने त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर ही हमला कर मार दिया था। जबकि रेंजर देवेंद्र सिंह और रणथम्भौर स्थित जैन मंदिर के चौकीदार राधेश्याम माली की भी बाघ के हमले में मौत हुई थी।
