अलवर शहर में रूपबास रेलवे फाटक पर हुए सनसनीखेज फायरिंग कांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जिला पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि इस मामले में 4 महीने से फरार चल रहे दो इनामी बदमाशों सहित कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई पिस्टल और 4 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
एसपी नैन ने बताया कि 27 फरवरी को रूपबास रेलवे फाटक पर साइड देने को लेकर परिवादी और आरोपी अनुराग व केतन के बीच कहासुनी हो गई थी। इस मामूली विवाद ने बाद में बदले की भावना का रूप ले लिया। केतन मीणा और अनुराग ने अपने परिचित परमजीत गुर्जर को बुलाया, जिसके पास हथियारों की जानकारी थी। परमजीत थाना कोतवाली अलवर के हिस्ट्रीशीटर प्रवीण का छोटा भाई है। इसके साथ ही उन्होंने एक अन्य साथी ईशु जाटव निवासी देवखेड़ा को भी शामिल किया। इन सभी ने मिलकर परिवादी के रूपबास स्थित मकान पर जान से मारने की नीयत से फायर किया और मौके से फरार हो गए। इस घटना के बाद मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय के सुपरविजन और वृत्ताधिकारी उत्तर अंगद शर्मा के निर्देशन और थाना अरावली विहार के थानाधिकारी रामेश्वर लाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने आसूचना संकलन और तकनीकी सहायता का उपयोग करते हुए घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों का पता लगाया। लंबी मशक्कत के बाद फरार तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 1 पिस्टल व 4 जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
पुलिस ने मामले में आरोपी अनुराग उर्फ अन्नू मीणा पुत्र हरिकिशन (21) निवासी राजगढ़ हाल लक्ष्मीनगर, केतन मीणा पुत्र मुरारी लाल (22) निवासी राजगढ हाल मालवीय नगर थाना अरावली विहार एवं परमजीत गुर्जर पुत्र अजयपाल (22) निवासी छाजू सिंह की गली थाना कोतवाली अलवर को गिरफ्तार किया है। केतन मीणा और अनुराग मीणा की गिरफ्तारी पर 5000-5000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था, क्योंकि वे नाम बदलकर दौसा, जयपुर और अन्य स्थानों पर रह रहे थे।।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी काफी पुराना है। केतन मीणा एक आदतन अपराधी है। इसके खिलाफ पहले भी विभिन्न लोगों के साथ मारपीट करने के 5 मामले अरावली विहार थाने और 1 मामला सदर अलवर थाने में दर्ज हैं, जिनमें चालान पेश किया जा चुका है। अनुराग मीणा और परमजीत गुर्जर दिसंबर 2024 में एक अधिवक्ता के साथ मारपीट करने का प्रकरण दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहे थे।
परमजीत गुर्जर के खिलाफ इसके अतिरिक्त पुलिस थाना कोतवाली और अलवर में मारपीट के 3 मामले दर्ज हैं और चालान पेश हो चुका है। ये थाना कोतवाली और मालाखेड़ा में मारपीट के 1-1 अन्य मामले में भी वांछित है। संबंधित पुलिस थानों को इस संबंध में सूचित किया गया है।
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