श्रावण मास के पवित्र अवसर पर शुक्रवार रात श्री हजारेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव को विशेष रूप से महालक्ष्मी के रूप में सजाया गया। इस खास झांकी को देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे और भोलेनाथ के इस अनोखे रूप के दर्शन किए।
पूरे कार्यक्रम का आयोजन महंत श्री चंद्र भारती महाराज के सान्निध्य में हुआ। श्रावण मास में मंदिर में रोज़ाना धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं। इसमें महामृत्युंजय जाप, रुद्राभिषेक, सहस्त्र अर्चन, सहस्त्रधारा अभिषेक और विभिन्न औषधियों से अभिषेक शामिल हैं।
इस मौके पर आचार्य श्रवण सामवेदी शास्त्री ने बताया कि शुक्रवार को भगवान भोलेनाथ को महाराष्ट्र के प्रसिद्ध कोल्हापुर की श्री करवीर निवासिनी महालक्ष्मी के रूप में सजाया गया। यह झांकी भक्तों को बहुत ही आकर्षक और भक्तिमय अनुभव देने वाली रही।
भोलेनाथ को इस रूप में सजाने के लिए उन्हें खास कोल्हापुरी साड़ी पहनाई गई और गहनों से सुंदर रूप में सजाया गया। उनके चारों ओर फूलों से भव्य सजावट की गई थी। इस सजावट को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ देर रात तक मंदिर में लगी रही।
मंदिर में सजाई गई इस झांकी को तैयार करने में कई श्रद्धालुओं और ब्राह्मणों का सहयोग रहा। जिनमें शिवम फ्लावर शिवमाली, विष्णु शर्मा, पवन शर्मा, शिव शंकर, मनीष, अरुण शर्मा, जुगल किशोर और मुकेश जोशी प्रमुख रूप से शामिल रहे।
इस खास अवसर पर भजन-कीर्तन का आयोजन भी हुआ, जिसमें भक्तों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। संगीतमय माहौल और भगवान के अनोखे रूप ने लोगों को भक्ति में डुबो दिया।
श्रावण मास में हर दिन हजारेश्वर महादेव मंदिर में विशेष पूजा और अनुष्ठानों का आयोजन किया जा रहा है। भक्त बड़ी श्रद्धा और उत्साह से इसमें भाग ले रहे हैं। मंदिर की आभा और श्रद्धा का माहौल हर किसी के मन को शांति और भक्ति से भर दे रहा है।
इस तरह भोलेनाथ का महालक्ष्मी रूप सभी के लिए एक खास अनुभव रहा और भक्तों के लिए यह रात भक्ति, दर्शन और श्रद्धा से भरपूर रही।
