राजसमंद में पिछले दिनों की बारिश के बाद जिले के प्रमुख पेयजल व सिंचाई स्रोतों में पानी की आवक हुई है। राजसमंद में 25 बांधों में से बाघेरी नाका व नंदसमंद बांध सहित पांच बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं जबकि छह बांधों का जलस्तर बढ़ा है जबकि एक बांध लबालब है।
बारिश के बाद इस बार सबसे पहले बाघेरी नाका बांध छलका। इस बार ये बांध 15 दिन पूर्व छह जुलाई को 18वीं बार छलका था। इस बांध का कुल गेज 32.80 फीट व भराव क्षमता 311.68 एमसीएफटी है। इससे 346 गांव में पेयजल आपूर्ति होती है। बाघेरी नाका पर आज 1 फीट व 2 इंच की चादर चल रही है।
यही नहीं इस बांध के छलकने के बाद ही नंदसमंद बांध में पानी की आवक शुरू होती है। नंदसमंद बांध के ओवरफ्लो होने के बाद राजसमंद झील के लिए भी खारी फीडर में पानी छोड़ा जाता है। फिलहाल नंदसमंद बांध भी ओवर फ्लो हो चुका है जिसके पांच गेट बनास नदी में खोले गए व बांध से खारी फीडर में भी पांच फीट के गेज पर पानी छोड़ा गया है जिससे अब राजसमंद झील में भी पानी की आवक शुरू हो गई। नंदसमंद बांध का कुल गेज 30.80 फीट है व 750 एमसीएफटी भराव क्षमता है।
इस बांध से नाथद्वारा शहर के लिए पेयजल आपूर्ति की जाती है और अतिरिक्त पानी राजसमंद व रेलमगरा क्षेत्र के लिए काम आता है। राजसमंद झील का कुल गेज 30 फीट है जबकि वर्तमान में 15.70 फीट पानी है। इस सीजन में झील में बारिश से कुल 1.20 फीट पानी की आवक हुई। झील का कुल भराव क्षमता 3786 एमसीएफटी है। अब झील में खारी फीडर से पानी की आवक शुरू हुई है। जिसके बाद गेज बढ़ेगा जबकि गोमती नदी का पानी अभी राजसमंद झील से दूर है। यदि दोनों ही आवक स्त्रातों से पानी आएगा तो झील का जलस्तर ज्यादा बढ़ने की संभावना है। इसके अलावा चिकलवास बांध, कुंडली, कुंठवा वियर ओवर फ्लो चल रहे हैं।
राजसमंद झील में 1.20 फीट पानी की आवक होने के बाद राजसमंद झील का नजारा।
नंदसमंद बांध के लबालब होने के बाद बांध से 5 गेट बनास नदी में खोल दिए गए।
