झालावाड़ के पिपलोदी स्कूल हादसे के बाद हेरिटेज और ग्रेटर निगम को शहर के जर्जर भवनों की याद आ गई। करीब 5 साल यहां नोटिस-नोटिस का खेल चल रहा था, लेकिन अब पहली पर एक्शन मोड में दिखे। दोनों निगम ने राजधानी में 422 जर्जर भवन चिह्नित किए हैं। इसमें हेरिटेज में 126 और ग्रेटर में 296 हैं।
सोमवार को सर्वे रिपोर्ट के बाद ग्रेटर में 5 व हेरिटेज में 3 मकान ध्वस्त किए। स्वायत्त शासन विभाग के सचिव रवि जैन ने सोमवार को राजधानी में 3 घंटे तक दौरा किया। इस दौरान उन्हें कई जगह कचरे के ढेर मिले। नालियां में कचरा भरा मिला। इसी वजह से सड़क पर पानी भरा था।
- निरीक्षण में जैन ने राजधानी में करीब 15 किमी के क्षेत्र का दौरा किया।
- रेलवे स्टेशन, अजमेर पुलिया, चांदपोल, छोटी चौपड़, हसनपुरा सहित कई जगह पर अस्थायी अतिक्रमण मिला।
- मुख्य सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे मिले। इन्हें देख जैन ने अधिकारियों से नाराजगी जाहिर की।
मानसून का कोटा पूरा, अब याद आई नालों की सफाई
नगर निगम अधिकारियों को मानसून से पहले जून में नालों की सफाई करनी थी। ग्रेटर निगम के अधिकारी पहले तो चेते नहीं। नालों की आधी-अधूरी सफाई करके ठेकेदार ने भुगतान पूरा उठा लिया। मानसून आने पर बारिश में सड़कें पानी से लबालब हो गई। सड़कों पर पानी भर गया तो अधिकारियों को बीच मानसून में नालों की सफाई याद आई है।
- ग्रेटर निगम के सात जोन की कुल 296 जर्जर इमारतों को चिह्नित किया। इसमें से 287 इमारतों पर नोटिस जारी किए हैं।
- नोटिस का जवाब नहीं देने पर इन्हें ध्वस्त किया जाएगा। मालवीय नगर जोन की 9 जर्जर बिल्डिंग को सील किया तथा मानसरोवर जोन की 5 जर्जर इमारतों को ध्वस्त किया।
- ध्वस्त किए मकान वार्ड-85 में के 117/442, 117/70, 117/617, 119/405 व 119/406 हैं।
यूडीएच सचिव दौरे पर निकले, देखे हालातभास्कर सवाल- नालों की सफाई अब क्यों?
मानसरोवर की 5 जर्जर इमारतों को ध्वस्त किया
- हेरिटेज: मणिहारों के रास्ता वार्ड-72 में महावीर पार्क के सामने, खेजड़ों के रास्ते में मकान-2185 और त्रिपोलिया में नाटाणियों की हवेली को ध्वस्त किया।
- यहां 6 भवन जर्जर थे, इनमें से 3 ध्वस्त और 3 भवन मालिकों ने मेंटेनेंस के लिए नोटिस दिया है।
