अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती 9 माह के मासूम की मौत हो गई। बच्चे की आंखों से लगातार पानी बहने पर परिजन इलाज के लिए उसे भर्ती करवाया था। परिजनों का आरोप है कि बच्चे की आंखों के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने उसे हैवी डोज दे दी, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं अस्पताल अधीक्षक का कहना है कि ऑक्सीजन लेवल कम होने से बच्चे की मौत हुई है। परिजनों ने शनिवार को अजमेर के कोतवाली थाने शिकायत दी है।
आंखों से पानी बह रहा था
शास्त्री नगर निवासी नीरज वर्मा ने बताया- शुक्रवार को मेरे 9 महीने के बेटे मयंक की आंख से लगातार पानी बह रहा था। उसे JLN के नेत्र विभाग में दिखाया तो डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने को कहा। इसके बाद बेटे को अस्पताल में एडमिट करा दिया। शनिवार सुबह 11 बजे बेटे को ऑपरेशन थिएटर में ले गए। तब तक बेटा ठीक था। कुछ देर बाद ही डॉक्टर्स में भगदड़ मच गई। इसके बाद बच्चे को आईसीयू में ले जाकर वैंटिलेटर पर रख दिया। डॉक्टर से फाइल भी मांगी लेकिन किसी ने भी फाइल नहीं दी। शाम 6 बजे मेरे बेटे को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों की लापरवाही से मेरे बच्चे की मौत हुई है।
डॉक्टरों पर हैवी डोज देने का आरोप
नीरज ने बताया- डॉक्टरों ने मयंक को दवा का ज्यादा डोज दे दिया । जिसे वह सहन नहीं कर पाया। दोपहर 1:30 बजे के करीब जब डॉक्टर में भगदड़ मची तब भी डॉक्टरों ने मुझे नहीं बताया कि केस बिगड़ गया है। इसी दौरान मुझे कुछ अनहोनी की आशंका हुई। शाम 6 बजे मेरे बेटे को मृत घोषित कर दिया। लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई होनी चाहिए ।
अस्पताल अधीक्षक बोले- आरोप गलत
जेएलएन अधीक्षक डॉ अरविंद खरे ने कहा- बच्चे को जांच करके एनेस्थीसिया दिया था। ऑपरेशन सफलतापूर्वक हुआ था और एनेस्थीसिया से बच्चा पूरा बाहर आ गया था। अचानक बच्चे के फेफड़े सिकुड़ गए। जिसे ऑक्सीजन देकर सही करने का प्रयास किया गया। बाद में सांस की नली में ट्यूब डालकर वेंटिलेटर पर रखा गया। हार्ट कमजोर होने लगा। परिवार ने जो हैवी डोज का आरोप लगाया है वह पूरी तरह गलत है।
हार्ट रिकवर नहीं कर पाया था
बच्चे के ऑक्सीजन लेवल और हार्ट की गति कम हो गई थी। जिसे प्रिडिक आईसीयू में लिया था, जहां एक्सपर्ट की टीम लगाई गई थी। जिनके द्वारा ट्रीटमेंट किया गया, लेकिन बच्चे के हार्ट को रिकवर नहीं कर पाने से उसकी मौत हो गई।
दादा ने पुलिस को दी शिकायत
मासूम के दादा भागीरथ सिंह ने कोतवाली थाना पुलिस को शिकायत दी है। रिपोर्ट में पोते मयंक के इलाज में डॉक्टरों के लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर्स पर कार्रवाई की मांग की है।
