10वीं पास नाबालिग लड़की ने पिता की मौत से डिप्रेशन में आकर सुसाइड कर लिया। उसने पंखे के हुक से रस्सी का फंदा बनाया और लटक कर जान दे दी। घर के कमरे का दरवाजा बंद मिला तो मां ने उसे आवाज लगाई। इसके बाद धक्का देकर दरवाजा खोला तो सामने 15 साल की बेटी फंदे से लटक रही थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया है।
मामला बाड़मेर के आगोर के रीको थाना इलाके का शुक्रवार सुबह का है।
पिता की मौत से डिप्रेशन में थी
रीको थाने के ASI जय किशन ने बताया- बाड़मेर के आगोर निवासी 15 साल की नाबालिग लड़की ने घर में सुसाइड कर लिया। 1 महीने पहले उसके पिता की मौत हुई थी। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार वह पिता की मौत के बाद से सदमे में थी। हालांकि, सुसाइड के पीछे कोई अन्य वजह तो नहीं, इसके बारे में भी जानकारी जुटा रहे हैं। पुलिस ने मामले में मर्ग दर्ज की है।
हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती थी
पुलिस के अनुसार, राधिका (बदला हुआ नाम) सियाणी के एक हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती थी। इसी साल उसने 10 वीं पास की थी। 10वीं में उसके 76% आए थे। इन दिनों छुट्टियां होने के कारण घर पर ही थी। शुक्रवार को सुबह घर पर अकेली थी। उसकी मां खेत में काम करने के लिए गई थी। पीछे राधिका ने घर में बने कमरे में रस्सी से फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।
पंखे से हुक से लटकी मिली
पुलिस के अनुसार, उसकी मां जब वापस लौटी और राधिका को ढूंढा, लेकिन मिली नहीं। घर का एक कमरा बंद बंद देखकर आवाज लगाई। लेकिन अंदर से आवाज नहीं आने पर आसपास के लोगों को बुलाया। दरवाजा खुलवाया। तब सोनिया घर के कमरे पंखे के हुक से लटकी हुई थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को नीचे उतारकर हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शिफ्ट करवाया।
4 भाई-बहनों में तीसरे नंबर की थी
राधिका परिवार में सबसे बड़ी बेटी थी। उसके बाद 2 बहनें और सबसे छोटा भाई है। पिता की डेथ से परिवार संभाला ही नहीं था कि अब नाबालिग ने सुसाइड कर लिया। परिजनों के अनुसार, पिता घर पर बैठे थे, अचानक हुए उलटी हुई और तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
