Ajmer: अजमेर की ऐतिहासिक आनासागर झील के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आज आनासागर संरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले अजमेर शहर के सैकड़ों प्रबुद्धजनों एवं बुद्धिजीवियों ने आनासागर चौपाटी पर मानव श्रृंखला बनाकर मार्च फॉर सेव आनासागर में हिस्सा लिया।
आनासागर संरक्षण संघर्ष समिति अजमेर की ऐतिहासिक आनासागर झील में बढ़ती जलकुंभी पर जिला प्रशासन, नगर निगम एवं जन प्रतिनिधियों की संवेदन हीनता के कारण आज शहरवासियों का गुस्सा फूट पड़ा और बड़ी संख्या में नागरिकों ने आनासागर चौपाटी पर जमकर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। आनासागर संरक्षण संघर्ष समिति के आह्वान पर आज बड़ी संख्या में अजमेर शहर के नागरिक आनासागर चौपाटी पर पहुंचे और हाथों में तख्तियां लिए जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उल्लेखनीय है कि अजमेर की ऐतिहासिक आना सागर झील पिछले 3 महीने से जलकुंभी से ग्रस्त है और जिला प्रशासन नगर निगम एवं जन प्रतिनिधियों की संवेदनहीनता के कारण आना सागर झील की दुर्दशा हो रही है एवं आनासागर झील में सीवरेज एवं नालों का गन्दा पानी आने के कारण जलकुम्भी से निजात नहीं मिल पा रही है।
इससे व्यथित शहर वासियों ने आज जिला प्रशासन नगर निगम एवं जनप्रतिनिधियों के खिलाफ मोर्चा खोला है। आनासागर झील की दुर्दशा के विरोध में आज विशाल प्रदर्शन कर जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की एवं भविष्य में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। इस अवसर पर पूर्व जिला प्रमुख सत्य किशोर सक्सेना, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन के मोहन चेलानी, सचिव क्लीन स्कूल संस्थान के सुरेश माथुर, राजेन्द्र गुंजन ने संबोधित किया।
