भीलवाड़ा में प्रॉपर्टी को लेकर मां-बाप से झगड़ा कर रहे बेटे को समझाने गए साधु पर गदा से हमला कर दिया। बेटे ने जमीन पर पटक कर साधु के पैरों और कमर पर ताबड़तोड़ गदा बरसा दी।
लोग घायल साधु को अस्पताल लेकर पहुंचे। महात्मा गांधी हॉस्पिटल में गुरुवार दोपहर 12 बजे इलाज के दौरान साधु की मौत हो गई। घटना रायपुर थाना इलाके की नई बस्ती की है।
थाना इंचार्ज सुरेंद्र गोदारा ने बताया- रायपुर की नई बस्ती में बालाजी मंदिर में साधु सुखानाथ (65) अकेले रहते थे। मंदिर के पास ही आरोपी पिंटू राम सेन (35) के माता-पिता का घर है।
बुधवार रात 9:30 बजे पिंटू शराब के नशे में माता-पिता से प्रॉपर्टी को लेकर झगड़ा कर रहा था। वह माता-पिता से मारपीट कर रहा था।
चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर मंंदिर से सुखानाथ भी वहां पहुंचे। वे पिंटू को समझाने लगे। तैश में आकर पिंटू मंदिर से पत्थर की गदा उठा लाया और साधु पर हमला कर दिया।
वारदात के बाद भागकर जंगल में छुपा पिंटू ने सुखानाथ को जमीन पर गिराकर पैरों और कमर पर ताबड़तोड़ गदा बरसा दी। सुखानाथ के पैर और रीढ़ की हड्डी टूट गई। वारदात के बाद पिंटू घटना स्थल से एक किलोमीटर दूर जंगल में जाकर छुप गया।
मौके पर जुटे लोगों ने रायपुर पुलिस को सूचना दी। रात 10 बजे पुलिस मौके पर पहुंची। लोग एंबुलेंस से सुखानाथ को रायपुर अस्पताल लेकर गए, जहां से उन्हें भीलवाड़ा के महात्मा गांधी हॉस्पिटल रेफर कर दिया।
पुलिस ने आसपास के इलाके में सर्च अभियान चलाकर रात 11 बजे जंगल से पिंटू को डिटेन कर लिया।
गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे इलाज के दौरान सुखानाथ की मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवा कर शव ग्रामीणों को सौंप दिया। मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
15 साल से माता-पिता से अलग रह रहा आरोपी जानकारी के अनुसार, पिंटू राम 15 साल पहले माता-पिता से अलग हो गया था। वह रायपुर कस्बे के नजदीक गांव कपिल खेड़ा में अपने परिवार के साथ रहता है। वह इसी गांव में सब्जी का ठेला लगाता है।
लोगों का कहना है कि कभी-कभार वह माता-पिता के पास नई बस्ती आता था और प्रॉपर्टी को लेकर झगड़ा करता था। बुधवार रात भी वह शराब के नशे में यहां पहुंचा था। माता-पिता के साथ मारपीट कर रहा था। साधु ने उसे ऐसा करने से रोका था।
