जयपुर। अलवर जिले की थाना रामगढ़ पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन सट्टेबाजी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह एक फर्जी वेबसाइट के माध्यम से करोड़ों रुपये का ऑनलाइन सट्टा और लूडो गेम खिला रहा था। आरोपियों के कब्जे से दो वाहन, नगदी, स्कैनर, पैन कार्ड, पासबुक और एटीएम कार्ड सहित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस का अनुमान है कि यह गिरोह रोजाना लाखों का लेनदेन करता था।
पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और रामगढ़ वृताधिकारी सुनील प्रसाद शर्मा के निर्देशन एवं एसएचओ डॉ. विजेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। मंगलवार को मिली गुप्त सूचना के आधार पर रामगढ़ के पिपरोली गांव में छापेमारी की गई। यहां से वसीम, साकिर, खालिद और राजेश नामक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
जांच में सामने आया कि ये आरोपी लोगों को ऑनलाइन कमाई का झांसा देकर अपनी बनाई गई फर्जी वेबसाइट पर सट्टा और लूडो गेम खेलने के लिए पैसे जमा करवाते थे। ठगी से मिली रकम को अलग-अलग बैंक खातों से जुड़े यूपीआई में डलवाया जाता था। इस अवैध राशि को वैध बनाने के लिए वे इसे जीएसटी पंजीकृत खातों में ट्रांसफर करते थे। जब एक खाते की लिमिट पूरी हो जाती थी तो वे कमीशन के आधार पर अन्य फर्मों के जीएसटी पंजीकृत खातों का उपयोग करते थे।
रेफरल लिंक और चेन सिस्टम से फंसाते थे शिकार
आरोपियों ने एक ऐसी वेबसाइट बना रखी थी जिस पर सट्टेबाजी के कारण प्रतिदिन भारी मात्रा में लेनदेन होता था। वे लोगों के बैंक अकाउंट किराए पर लेकर उनमें पैसा डलवाते थे और बदले में खाताधारकों को कमीशन देते थे। यह पैसा फिर उनकी दो फर्जी फर्मों के जीएसटी पंजीकृत खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता था।
वेबसाइट पर लूडो और सट्टा खेलने से पहले आधार कार्ड और उससे लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी के माध्यम से सत्यापन किया जाता था ताकि कोई अनधिकृत व्यक्ति वेबसाइट का उपयोग न कर सके। रजिस्टर्ड व्यक्ति अन्य लोगों को सट्टा लगाने के लिए रेफरल लिंक भेज सकते थे। जब कोई व्यक्ति रेफरल लिंक के माध्यम से जुड़कर धनराशि जीतता था तो रेफर करने वाले को 2% कमीशन मिलता था। यह एक चेन सिस्टम की तरह काम करता था, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ सकें।
करोड़ों का लेनदेन, पुलिस कार्रवाई जारी
हालांकि जब कोई व्यक्ति सट्टे में बड़ी राशि जीत जाता था तो उसे भुगतान नहीं किया जाता था। वेबसाइट के एडमिन की जानकारी न होने के कारण पीड़ित अपने पैसे वापस नहीं ले पाते थे। साथ ही सट्टे जैसी अवैध गतिविधि में संलिप्तता के कारण वे पुलिस में शिकायत करने से भी डरते थे।
एसपी नैन ने बताया कि मंगलवार 24 जून को रात 9:18 बजे तक वेबसाइट पर करीब ₹29.16 लाख का लेनदेन पाया गया है। जब्त की गई दोनों कारें भी इसी अवैध धंधे से कमाए गए पैसों से खरीदी गई बताई गई हैं। पुलिस वेबसाइट और आरोपियों के खातों का विश्लेषण कर रही है और इस घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
गिरफ्तार आरोपी,जब्त सामान
मामले में पुलिस ने पिपरौली गांव थाना रामगढ़ निवासी वसीम मेव पुत्र नवाब (24), साकिर मेव पुत्र मजीद (28), खालिद मेव पुत्र खुर्शीद (25) और राजेश जाटव पुत्र बनबारी (30) को गिरफ्तार कर 1 क्रेटा कार, 1 स्विफ्ट कार, 5 एंड्रॉयड मोबाइल फोन, 2 स्कैनर, 5 पैन कार्ड, 2 स्वीप मशीन, 2 बैंक पासबुक, 18 एटीएम कार्ड, 6 चेक बुक और 71,670 रुपये नगद बरामद किए है।
इस कार्रवाई में एसएचओ डॉ विजेंद्र सिंह सहित एसआई दयाचंद, एएसआई समुद्र सिंह, हेड कांस्टेबल तेज सिंह, सुनील कुमार, प्रीतम सिंह, कांस्टेबल आकाश, हरभान सिंह, कनवर, कैलाश सिंह, हेड कांस्टेबल चालक बाबूलाल शामिल थे। इस पूरी कार्रवाई में कांस्टेबल महबूब खां की विशेष भूमिका रही।
