बूँदी। राज्य सरकार के निर्देशानुसार लोकतंत्र सेनानियों के जिला स्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन बुधवार को हरियाली रिसोर्ट, रिलायंस पेट्रोल पम्प के सामने, बूँदी में आयोजित किया गया। समारोह में पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग मंत्री जोराराम कुमावत ने शिरकत की।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मंत्री श्री कुमावत ने कहा कि तत्कालीन केन्द्र सरकार द्वारा 1975 में लगाए गए आपातकाल में जिन लोगों ने लोकतंत्र सेनानी के रूप में अपने जीवन के कई अनमोल महीने जेलों में बिताए और उस समय लोकतंत्र को बचाने के लिए संघर्ष किया, उन सभी लोकतंत्र सेनानियों को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली सरकार में सम्मानित करने का निर्णय लिया गया हैं। उन्होंने कहा कि उस समय पूरे देश में असंतोष फैला हुआ था, बेरोजगारी फैली हुई थी, महंगाई फैली हुई थी, पूरे देश में आंदोलन चल रहा था। यह लोकतंत्र के लिए एक काला दिन था। इन लोकतंत्र सेनानियों ने लोकतंत्र की लड़ाई लड़ी और इनको कई महीनों तक जेल में रहना पड़ा। कोई महीने रहा, कोई दो महीने रहा, कोई छह महीने रहा, कोई बारह महीने रहा। इक्कीस महीनों तक आपातकाल लागू रहा और आपातकाल के उस काले खंड में, निश्चित रूप से कई तरह की यातनाएं भी उस समय दी गईं। साथ ही उस समय प्रेस के ऊपर भी पाबंदी लगा दी गई। प्रेस को अखबारों में सरकार के विरुद्ध कोई भी खबर छापने की इजाजत नहीं थी। प्रेस को कोई भी व्यू छापने होते तो वह सरकार से परमिशन लाते थे, सरकार परमिशन देती थी तब जाकर के कोई परमिशन दी हुई खबर ही प्रेस छाप सकती थी। इस तरह से प्रेस को भी पाबंद किया गया।
हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए कि हम लोकतंत्र को कैसे मजबूत करें।
उन्होंने कहा कि जागरूक लोगों के कारण आज लोकतंत्र सुरक्षित है। राज्य सरकार ने लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित करने का काम किया और लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन परमानेंट करने का काम किया। उन्होंने कहा कि ग्यारह साल से केंद्र में हमारी सरकार है और ग्यारह साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ऐतिहासिक काम हुए हैं।
इस दौरान लोकतंत्र सेनानियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस तरह आपातकाल के दौरान उन्हें संघर्ष करना पड़ा। कार्यक्रम में आपातकाल पर संवाद करते हुए लोकतंत्र सेनानी श्री रंगवल्लभ चतुर्वेदी व पूर्व विधायक श्री ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि हमने उस वक्त जयप्रकाश जी का नारा बुलन्द किया और स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति के लिए लड़ते रहे।
इस दौरान लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिजनों ने पेंशन और सम्मानित करने पर माननीय मुख्यमंत्री महोदय और ज़िला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा 20 लोकतंत्र सेनानियों एवं 12 स्वर्गीय लोकतंत्र सेनानियों के आश्रितों को शोल ओढ़ाकर, बैग व बुकलेट प्रदान कर सम्मानित किया
गया।
कार्यक्रम में जिला कलक्टर अक्षय गोदारा, जिलाध्यक्ष रामेश्वर मीणा, पूर्व विधायक के. पाटन चंद्रकांता मेघवाल, नगर परिषद सभापति सरोज अग्रवाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर सुदर्शन सिंह तोमर, कोषाधिकारी चित्रा सिंह, तालेड़ा प्रधान राजेश रायपुरिया एवं राजकुमार श्रृंगी उपस्थित रहें।
