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जयपुर में बाढ़ नियंत्रण एवं आपदा प्रबंधन के लिए हर संभव प्रयास हो सुनिश्चित

मानसून सीजन में जलभराव एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जयपुर जिला प्रशासन द्वारा व्यापक एवं योजनाबद्ध तैयारी की गई है। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के नेतृत्व में प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण की दिशा में समय पर कार्यवाही कर संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। जिला कलक्टर के निर्देश पर सभी विभागों को अलर्ट मोड में रखा गया है । साथ ही, 24 घंटे नियंत्रण एवं निगरानी के लिए जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।

जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी स्वयं स्थिति की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं और सभी उपखंड अधिकारियों, नगर परिषद, जन स्वास्थ्य, विद्युत, जलदाय, पुलिस, आपदा प्रबंधन सहित अन्य संबंधित विभागों को संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

नियंत्रण कक्षों का हो रहा प्रभावी रूप से संचालन
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशों की अनुपालना में जिला स्तर पर चौबीसों घंटें कार्यरत कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां आमजन अपनी समस्याएं सीधे रिपोर्ट कर सकते हैं। किसी भी आपात स्थिति, जलभराव, सड़क क्षति, बिजली गड़बड़ी या अन्य समस्या की सूचना जिला आपदा नियंत्रण कक्ष, जयपुर कंट्रोल रूम नंबर 0141-2204475, 0141-2204476 के साथ-साथ टोल फ्री नंबर 1077 पर दी जा सकती है।  

इसके अतिरिक्त जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा शहर में 9, नगर निगम जयपुर ग्रेटर द्वारा 4, नगर निगम जयपुर हैरिटेज द्वारा 3 नियंत्रण कक्षों का निरंतर संचालन किया जा रहा है। वहीं, पुलिस विभाग, विद्युत विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग, मौसम विभाग, जयपुर मैट्रो, रेलवे, एयरपोर्ट, एसडीआरएफ एवं राज्य स्तरीय ईओसी के साथ साथ तहसील स्तर पर भी प्रशासन द्वारा नियंत्रण कक्षों का प्रभावी संचालन किया जा रहा है।

हर आपदा से निपटने के लिए मुस्तैद है टीम जयपुर जिला प्रशासन
प्रशासन ने निचले इलाकों, जलभराव प्रभावित क्षेत्रों तथा पुराने बाढ़-प्रभावित इलाकों की पहचान कर विशेष निगरानी टीमों का गठन किया है। प्रत्येक टीम को निर्धारित क्षेत्र में जल निकासी व्यवस्था, जनसंपर्क एवं आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

नगर निगम एवं जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से नालों और जल निकासी मार्गों की पूर्व सफाई कराई गई, जिससे बारिश के पानी का तुरंत बहाव सुनिश्चित हो सके। सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ, नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीमें तैनात की गई हैं, जो आपदा की स्थिति में तुरंत राहत पहुंचा सकें। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण कर रहे हैं एवं साथ ही अतिरिक्त जिला कलक्टर सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी फील्ड में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं।

अतिरिक्त जिला कलक्टर (जयपुर, दक्षिण) श्री संतोष कुमार मीणा ने कहा कि जयपुर जिला प्रशासन सतर्कता, त्वरित कार्यवाही और नागरिक सहभागिता के साथ बाढ़ नियंत्रण के लिए तत्पर है। बाढ़ नियंत्रण सिर्फ सरकारी प्रयास नहीं, बल्कि सामूहिक सतर्कता का परिणाम होता है। आमजन को भी प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करना होगा ताकि किसी भी आपदा को हम मिलकर प्रभावी ढंग से सामना कर सकें।

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा निचले क्षेत्रों की पहचान कर पहले से टीमों की तैनाती की गई है। वहीं, सभी राजस्व एवं आपदा प्रबंधन अधिकारियों को तत्परता के साथ कार्य करने, आवश्यक संसाधनों जैसे मोटर पंप, ट्रैक्टर, जेसीबी इत्यादि को तैनात रखने के निर्देश दिए गए हैं। राहत केंद्रों की पूर्व तैयारियां एवं सुरक्षित स्थानों को चिन्हित करने, स्वास्थ्य विभाग को प्राथमिक उपचार के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, विद्युत विभाग को सावधानीपूर्वक बिजली आपूर्ति सुचारू रखने जैसे आवश्यक कदम उठाए गए है।

साथ ही जिला प्रशासन द्वारा व्यापक जन जागरूकता अभियान के जरिये आमजन को सुरक्षित स्थानों पर रहने, बिजली उपकरणों से दूरी बनाए रखने, एवं प्रशासन के निर्देशों का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

Kashish Bohra
Author: Kashish Bohra

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