पुलिस मुख्यालय की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने दौसा के मानपुर इलाके में नेशनल हाईवे पर सीकरी मोड़ के पास नाकाबंदी कर 7 हजार किलो डोडा से भरे कंटेनर को पकड़ लिया। साथ ही पुलिस ने कंटेनर को एस्कॉर्ट कर रही एक गाड़ी के चालक को भी पकड़ा है।
यह डोडा 1300 किलोमीटर दूर रांची लेकर आए थे और आगे जोधपुर में सप्लाई करना था। जब्त डोडा की बाजार वैल्यू 15 करोड़ रुपए बताई जा रही है। ये तस्कर चावल की बिल्टी की आड़ में डोडा तस्करी कर रहे थे। रास्ते में पुलिस से बचने के लिए कंटेनर पर ऑन आर्मी ड्यूटी का स्टीकर चिपका रखा था। गिरफ्तार आरोपी कंटेनर चालक सोनू निशाद, खलासी मनोज सिंह एमपी के भोपाल स्थित गोविन्दपुरा व एस्कॉर्ट कर रही गाड़ी का चालक हेमराज उर्फ बबलू एमपी के उज्जैन स्थित नीलगंगा के रहने वाले हैं।
पुलिस से बचने के लिए गाड़ी पर ऑन आर्मी ड्यूटी का स्टीकर चिपका रखा था
एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि लंबे समय से एमपी की गैंग द्वारा भारी मात्रा में डोडा सप्लाई करने की सूचना मिल रही थी। ऐसे में एडिशनल एसपी सिद्धांत शर्मा व इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में विशेष टीमों का गठन किया। टीम के सदस्य महेश कुमार सोमरा व महावीर सिंह ने तस्करों की पहचान की। उसके बाद दौसा के मानपुर में नाकाबंदी करवाई गई। इस दौरान इनोवा व कंटेनर को रुकने का इशारा किया तो भागने का प्रयास किया। इस पर घेराबंदी कर दोनों को पकड़ लिया।
- बदमाशों से पूछताछ में आया कि वह रांची से डोडा भरकर जोधपुर सप्लाई कर रहे थे। इसके लिए चावल की बिल्टी लेकर चल रहे थे।
- डोडा के नीचे कंक्रीट-रोड़ी की बड़ी परत डाल रखी थी ताकि किसी को वजन का शक न हो।
- कंटेनर में 386 प्लास्टिक के कट्टे मिले, जिनमें 7002 डोडा भरा हुआ था। जांच में आया कि 3 फरवरी की रात को रांची से जालाराम उर्फ जालजी ने भरवाया था, जिसे जोधपुर के बालेसर पहुंचना था। बबलू को गाड़ी के रजिस्ट्रेशन व बीमा पॉलिसी की फोटो प्रति वाट्सएप पर दी और खर्चे के लिए पैसे दिए। कैबिन की तलाशी में मां दिवरी राइस मिल्स प्राइवेट लिमिटेड के बिल व एमएस झारखण्ड लुधियाना ट्रांसपोर्ट के बिल्टी की मूल प्रतियां मिलीं।
