प्रदेश के 57 हजार बिजली कर्मचारियों को एक करोड़ रुपए तक का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कवर मिलेगा। इसे लेकर आज बिजली कंपनियों और एसबीआई के बीच एमओयू साइन हुआ। सीएमआर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मौजूदगी में यह एमओयू हुआ।
प्रदेश में पुलिसकर्मियों के बाद अब बिजली कर्मचारियों को एक करोड़ रुपए तक के बीमा कवर की सुविधा मिलेगी। पुलिसकर्मियों को यह सुविधा पहले से मिल रही हैं। दिलचस्प बात यह है कि इसके लिए कर्मचारियों के वेतन से किसी तरह की कटौती भी नहीं होगी।
आज एमओयू के मौके पर सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेशवासियों को सुशासन देने में राज्य कर्मचारी एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इसलिए सरकार प्रदेश के कार्मिकों एवं उन पर आश्रित परिवारजनों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा के प्रति संवेदनशील है।

अभी तक मिलती थी 20 लाख की सहायता इस एमओयू के बाद अब अगर किसी बिजली कर्मचारी की व्यक्तिगत और काम के दौरान दुर्घटना में मौत हो जाती है, अथवा स्थायी विकलांगता आ जाती है तो एक करोड़ का भुगतान किया जाएगा। वहीं आंशिक रूप से अशक्तता की स्थिति में 80 लाख रुपए मिलेंगे।
अभी तक कर्मचारी की काम के दौरान दुर्घटना होने पर उसके परिजनों को 20 लाख रुपए मिलते थे।
पुलिसकर्मियों का 1.20 करोड़ का बीमा प्रदेश में करीब चार महीने पहले पुलिस विभाग के लिए भी इसी तरह का एमओयू हो चुका है। इस पैकेज में राजस्थान पुलिस में कार्यरत पुलिस एवं मंत्रालयिक कर्मियों को दुर्घटना में मृत्यु होने पर 1 करोड़ 20 लाख रुपए, स्थायी विकलांगता की दशा में 1 करोड़ 10 लाख रुपए तथा स्थायी आंशिक विकलांगता पर 80 लाख रुपए का परिलाभ दिया जाएगा।
वहीं, हवाई यात्रा में दुर्घटना होने पर 2 करोड़ 70 लाख रुपए, प्लास्टिक सर्जरी अथवा बर्न के प्रकरणों में 10 लाख रुपए, एयर एम्बुलेंस के लिए 10 लाख रुपए व एम्बुलेंस के लिए 50 हजार रुपए का भुगतान देय होगा।
