जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में जयपुर का युवक भी मारा गया। आज (बुधवार) रात तक उसका शव जयपुर लाया जाएगा। मॉडल टाउन (मालवीय नगर) स्थित फॉरेस्ट व्यू रेजीडेंसी के रहने वाले नीरज उधवानी (33) पत्नी के साथ कश्मीर घूमने गए थे। कश्मीर से पत्नी आयुषी ने जेठ को फोन कर कहा था- नीरज को गोली लग गई है।
नीरज UAE में इंजीनियर थे। वहां से किसी की शादी अटेंड करने पत्नी के साथ शिमला गए थे। वहीं से दो-तीन दिनों का समय लेकर कश्मीर घूमने चले गए थे। फरवरी 2023 में पुष्कर के भंवर सिंह पैलेस में आयुषी से नीरज की शादी हुई थी। बड़े भाई किशोर उधवानी और उनकी पत्नी इनकम टैक्स इंस्पेक्टर हैं। घटना के समय पत्नी भी नीरज के साथ थी। नीरज के चाचा दिनेश उधवानी ने बताया- दुबई में नीरज जॉब करता है। तीन महीने पहले मंकर संक्रांति पर छुटि्टयों में नीरज जयपुर आए थे।

बड़े भाई के पास पत्नी का फोन आया था मंगलवार रात को नीरज की पत्नी का कॉल किशोर उधवानी (बड़े भाई) के पास आया। पत्नी ने बताया कि नीरज को गोली लग गई है। फिलहाल सुरक्षा बलों ने हम लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखा है। नीरज कहां है, कैसे-किस हाल में है, यह जानकारी नहीं मिल रही है। इस फोन कॉल के साथ ही घर में कोहराम मच गया। फौरन किशोर और उनके परिवार वाले दिल्ली रवाना हुए। दिल्ली से तड़के कश्मीर के लिए फ्लाइट से रवाना हुए।

10 साल पहले पिता का निधन हुआ था किशोर ने कश्मीर में जानकारी जुटाई तो छोटे भाई की मौत का खुलासा हुआ। इसके बाद उन्होंने फौरन अपनी मां ज्योति उधवानी को कॉल कर यह सूचना दी। नीरज की मौत की सूचना मिलते ही उनके घर रिश्तेदारों की आवाजाही शुरू हो गई। हर आंख नम है। मां ज्योति उधवानी को लोग ढांढस बंधा रहे हैं। 10 साल पहले पिता प्रदीप उधवानी का निधन हो चुका है।
देर रात तक नीरज का शव जयपुर लाया जाएगा। अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह नौ बजे किया जाएगा।

कल दोपहर में हुआ हमला हुआ था मंगलवार दोपहर पहलगाम के बैसरन घाटी में बड़ी तादाद में पर्यटक मौजूद थे। इसी दौरान आतंकवादियों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इसमें 27 लोगों की मौत हो गई। 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। मृतकों में जयपुर (राजस्थान), UP, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक शामिल हैं। नेपाल और UAE के एक-एक टूरिस्ट और 2 स्थानीय लोग भी मारे गए हैं।
जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा अटैक के बाद ये सबसे बड़ा हमला है। पुलवामा में CRPF के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था, इसमें 40 जवान शहीद हुए थे। इसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
