राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में सियासी विवाद दिनों – दिन बढ़ता जा रहा है। पाली जिला क्रिकेट संघ के खिलाफ पाली रजिस्ट्रार ऑफिस द्वारा शुरू की गई जांच को खेल विभाग ने रोक दिया है। मंगलवार को खेल सचिव ने आदेश जारी कर पाली जिला क्रिकेट संघ के खिलाफ करवाई को स्थगित कर दिया है। अब इस मामले पर अगली सुनवाई 14 जुलाई को होगी।
दरअसल, पाली जिला क्रिकेट संघ के खिलाफ पाली रजिस्ट्रार ऑफिस द्वारा 24 अप्रैल को जांच शुरू की गई थी। इसके बाद पाली जिला क्रिकेट संघ को 7 दिन में जवाब देने की मोहलत दी गई थी। पाली जिला क्रिकेट संघ से वित्तीय अनियमिताओं और चुनाव संबंधित सूचनाओं मांगी गई थी। इस समय अवधि के पूरा होने के बाद जहां पाली रजिस्ट्रार ऑफिस द्वारा क्रिकेट संघ के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई थी।
वहीं खेल विभाग ने एंट्री कर अब इस पूरी कार्रवाई को फिलहाल रोक दिया है। जिसके बाद राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का विवाद और ज्यादा बढ़ने की आशंका है। पाली जिला क्रिकेट संघ के सचिव धर्मवीर सिंह शेखावत ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा बेवजह मेरे खिलाफ षडयंत्र रचे जा रहे हैं।
सचिव बोले-अगले आदेशों तक किया स्थगित
खेल विभाग के सचिव नीरज कुमार पवन ने कहा कि पाली जिला क्रिकेट संघ के खिलाफ जांच में उप रजिस्ट्रार और जांच अधिकारी ही अनुपस्थित थे। इसके साथ ही इस पूरे मामले में राजस्थान खेल नियम 2004 के नियम 8 की अनुपालन भी नहीं की गई है। वहीं पाली जिला क्रिकेट संघ की शिकायत करने वाला शिकायतकर्ता रमेश चौधरी भी 17 अप्रैल तक किसी क्रिकेट संघ का पदाधिकारी ही नहीं था। जबकि रमेश चौधरी द्वारा शिकायत में लगाए गए आरोप साल 2011 से संबंधित हैं। ऐसे में पाली उप रजिस्ट्रार द्वारा 24 अप्रैल को शुरू की गई जांच की कार्रवाई को अगली आदेश तक स्थापित किया जाता है। अब इस मामले पर 14 जुलाई को अगली सुनवाई होगी। जिसमें दोनों पक्षों को दस्तावेजों के साथ मौजूद रहना होगा।
पाली जिला क्रिकेट संघ के सचिव धर्मवीर सिंह शेखावत ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा बेवजह मेरे खिलाफ षडयंत्र रचे जा रहे हैं। पाली जिला क्रिकेट संघ के चुनाव की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ नियमों के तहत ही की गई है। लेकिन बेवजह पाली को बदनाम करने के लिए कुछ लोग जो क्रिकेट से जुड़े हुए ही नहीं है। वह लोग भी शिकायत कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जिस पर फिलहाल सरकार द्वारा ही रोक लगा दी गई है। अब 14 जुलाई को इस मामले की अगली सुनवाई होगी। जिसमें सच सबके सामने आ जाएगा। वैसे भी इन दिनों एडहॉक कमेटी के कन्वीनर जयदीप बिहाणी द्वारा गलत तरीके से तानाशाह की तरह कामकाज किया जा रहा है। जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। क्यों कि बिहाणी नियमों के विपरीत जाकर काम कर रहे हैं, जो पूरी तरीके से गैरकानूनी है।
इन मुद्दों हुई थी जांच
- जिला क्रिकेट संघ पाली द्वारा गत 05 वर्षो से यथा वर्ष 2020-21 से राजस्थान क्रीडा अधिनियम 2005 की धारा-17 की पालना कर रहा है अथवा नहीं।
- जिला क्रिकेट संघ पाली द्वारा राजस्थान क्रीडा अधिनियम 2005 की धारा-18 तथा धारा-19 की पालना कर रहा है अथवा नहीं।
- जिला क्रिकेट संघ पाली द्वारा राजस्थान क्रीडा अधिनियम 2005 की धारा-8 की पालना कर रहा है अथवा नहीं।
- अन्य कोई बिन्दु जो वक्त जाँच संज्ञान में आए जिससे संघ द्वारा राजस्थान क्रीडा अधिनियम 2005 एवं उपनियमों में वर्णित के प्रावधानों का उल्लंघन किया जा रहा है अथवा संघ द्वारा अनियमितता बरती जा रही हो।
