‘अगर मेरी बेटी को काटकर फेंक दिया गया तो मैं उसे कहां ढूंढूंगी…मेरी बेटी नाबालिग है, कुछ समझती नहीं… वो जिद कर रही थी निकाह की। मना किया तो आत्महत्या की धमकी देने लगी।
अब बताइए, हम क्या करते?’ यह कहना है उस मां का, जिसकी 14 साल की बेटी के धर्म परिवर्तन कर निकाह की कोशिश का मामला अजमेर में सामने आया है।
इस केस में हिंदू संगठनों ने लड़की की मां पर भी आरोप लगाया है। भास्कर ने लड़की की मां से बात कर पूरा मामला समझने की कोशिश की।
सबसे पहले जानिए- क्या है पूरा मामला परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी को एक समुदाय विशेष के युवक ने प्रेम जाल में फंसाया और निकाह के लिए मजबूर किया। 10 जून को सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में निकाह की कोशिश को हिंदू संगठनों ने मौके पर पहुंचकर रुकवाया था।
लड़की की मां पर आरोप है कि उन्होंने ही इस शादी की अनुमति दी थी। सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। हालांकि विरोध के बाद लड़की के परिवार ने युवक के खिलाफ पॉक्सो, अपहरण, और धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने जैसी धाराओं में केस दर्ज कराया है।
28 साल का युवक, 14 साल की लड़की आरोपी 28 वर्षीय मोहम्मद दिलदार अजमेर में हेयर सैलून में काम करता है। मूलत: यूपी के बुडाना (मुजफ्फरपुर) का निवासी है। लड़की जब भी बाजार जाती तो उससे बातचीत होती थी।वहीं से धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ती गईं। लड़की की मां बताती हैं, कभी बाल कटवाने तो कभी किसी और बहाने से लड़की सैलून में जाती थी। हमें नहीं पता था कि क्या चल रहा है।
दिनभर उससे फोन पर भी बात करती रहती थी। वो लड़का घर भी आता था। एक दिन बेटी ने उस लड़के से मिलवाया और कहा वो इससे शादी करना चाहती है।
तब हमने मना किया क्योंकि उसकी उम्र कम थी। लड़का दूसरे धर्म का था, लेकिन वो नहीं मानी। फिर ट्यूशन आने-जाने के नाम पर भी उससे मिलने लगी। हमने रोका-टोका तो और ज्यादा चुपचाप मिलने लगी।
कभी फीस भरता तो कभी घुमाने ले जाता जांच में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। युवक सिर्फ बातचीत तक सीमित नहीं था। वह लड़की की स्कूल और ट्यूशन की फीस भी भरता था। जब भी लड़की को पैसों की जरूरत होती, वह युवक से ही लेती थी।
यहां तक कि कहीं आना-जाना भी वही कराता था। यानी लड़की को आर्थिक रूप से भी अपने ऊपर निर्भर कर लिया गया था। ऐसे में पुलिस को संदेह है कि लड़की की आर्थिक स्थिति का फायदा उठाते हुए युवक ये प्लानिंग कर रहा था।
निकाह के बदले तलाक की शर्त? लड़की के पिता ने बताया कि जब उन्होंने इस रिश्ते का विरोध किया, तो बेटी ने आत्महत्या की धमकी देना शुरू कर दिया था। इसलिए उन्होंने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए थे।
हालांकि, हिंदू संगठन से जुड़े लोगों का कहना है कि लड़की के मां-बाप ने अपने फायदे के लिए सहमति दी थी। क्योंकि लड़की के मां-बाप तलाक की प्रक्रिया में थे।
लड़की ने पिता के सामने शर्त रखी थी कि अगर उन्होंने एफिडेविट पर दस्तखत नहीं किए तो उनकी पत्नी यानि उसकी मां उसे तलाक नहीं देगी।’
दरअसल, लड़की के माता-पिता के बीच बीते 2 साल से विवाद चल रहा है। लड़की के पिता अफ्रीका में काम करते थे, दो महीने पहले ही लौटे हैं और इस समय उसके माता-पिता के बीच तलाक की प्रक्रिया कोर्ट में चल रही है।
तलाक का कारण लड़की की मां का एक समुदाय विशेष के व्यक्ति के संपर्क में होना बताया जा रहा है।

नाबालिग अपनी मां से अलग रहती है लड़की की मां कपड़ों की दुकान पर काम करती है। लड़की अपने पिता और दादी के साथ किराए के मकान में रहती है, जबकि पुश्तैनी मकान उसकी मां के पास है।
लड़की की मां ने बताया कि मंगलवार को वे दोनों तलाक के कागज़ों पर दस्तखत करने के लिए कोर्ट गए हुए थे। इसी दौरान मोहम्मद दिलदार (28) उनकी बेटी को लेकर आया।
वह पहले से स्टाम्प पेपर तैयार कर जबरन शादी का दबाव बना रहा था। जब हमने इसका विरोध किया तो वह लड़की को लेकर चला गया। इसके बाद सूचना मिली कि वह शादी के दस्तावेज बनवाने कलेक्ट्रेट गया है। जब हम वहां पहुंचे, तो वह भाग गया।
हिंदू संगठनों ने लगाया लड़की की मां पर आरोप
हिंदू संगठनों का आरोप है कि लड़की की मां ने एक समुदाय विशेष के व्यक्ति से मोटी रकम उधार ली हुई है। वो उसे चुका नहीं पाई हैं।
जिसके कारण वो भी एक समुदाय विशेष के व्यक्ति के साथ रहती हैं। अब उन्हीं के दबाव में आकर उन्होंने लड़की के निकाह के लिए मंजूरी दी थी।
जबकि लड़की के परिवार का आरोप है कि दिलदार ने उनकी बेटी का इस कदर ब्रेनवॉश कर दिया कि उसने आत्महत्या की धमकी देकर माता और पिता दोनों से निकाह की रजामंदी के कागजों पर दस्तखत करवा लिए।
लड़का जो कहता है, बेटी वही करती है- मां
लड़की की मां ने भास्कर को बताया कि जो वो लड़का बोलता है वो मेरी बेटी करती है। वह कहता है मां का फोन ब्लॉक कर दे तो मां का फोन ब्लॉक कर देती है बस अपनी ही चलाई जा रही है।
मैं बहुत परेशान हूं, मैं कहां जाऊं। एक तरफ इसके पिता ने मुझे तलाक के लिए परेशान कर रखा है। मैं अन्य धर्म में शादी करवाने के खिलाफ हूं। लड़के को जल्दी गिरफ्तार करो। उसका फोन स्विच ऑफ करवा दिया गया है।
हमने निकाह से मना किया तो आत्महत्या की धमकी देने लगी। अब बताइए, हम क्या करते?” लड़के को जल्दी गिरफ्तार करो। उसका फोन स्विच ऑफ करवा दिया गया है और उल्टा मां पर इल्जाम लगा रहे हैं की मां गलत करती है।
लड़की का मेडिकल कराने से इनकार
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लड़की के साथ कोई शारीरिक शोषण हुआ है या नहीं इसकी पुष्टि के लिए मेडिकल कराना जरूरी है। लेकिन लड़की ने मेडिकल कराने से साफ इनकार कर दिया है।
ऐसे में किसी भी प्रकार के शोषण की पुष्टि नहीं की जा सकती है। अजमेर पुलिस के अनुसार युवक की तलाश की जा रही है। युवती और उसके परिजनों से भी बात की जा रही है। अभी तक पैसों की लेन देन का मामला सामने नहीं आया है।
आरोप- गरीबों को पहले उधार देते हैं, फिर कराते हैं धर्म परिवर्तन
विश्व हिंदू परिषद के सह प्रांत मंत्री शशि प्रकाश इंदौरिया का दावा है कि यह कोई अलग-थलग घटना नहीं है। अजमेर और आसपास के इलाकों में एक सुनियोजित गिरोह सक्रिय है।
जो गरीब हिंदू परिवारों को पहले आर्थिक मदद देता है और बाद में जब पैसा वापस नहीं हो पाता तो उनको और उनकी बेटियों को फंसा कर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करता है।
उन्होंने कहा कि यह एक नया मॉडल है। राजस्थान सरकार को जल्द से जल्द इस पर कोई सख्त कदम उठाना चाहिए।
