केदारनाथ के पास गौरीकुंड में रविवार को हेलिकॉप्टर क्रैश में जयपुर के पायलट राजवीर सिंह (37) की मौत हो गई। राजवीर के बड़े भाई चंद्रवीर सिंह चौहान शव लेने रुद्रप्रयाग पहुंच गए हैं। चंद्रवीर अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ रविवार शाम को निकले थे।
जानकारी के अनुसार आज डीएनए जांच के बाद चंद्रवीर सिंह को राजवीर सिंह चौहान की बॉडी दे दी जाएगी। इसके बाद परिवार तय करेगा कि अंतिम संस्कार कहां किया जाना है। परिवार मूलरूप से दौसा का रहने वाला है, लेकिन सालों से शास्त्री नगर में ही रह रहे हैं।
पायलट राजवीर सिंह के पिता गोविंद ने बताया- चंद्रवीर के जयपुर लौटने पर ही कुछ कहा जा सकता है। हम काफी टूट चुके हैं। हम पर वज्र पड़ा है। मेरा परिवार इससे लड़ रहा है।
दरअसल, लेफ्टिनेंट कर्नल से रिटायर्ड राजवीर बीते 9 महीने से आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के लिए फ्लाइंग कर रहे थे। रविवार को लैंडिंग से पहले सुबह करीब 5.20 मिनट पर उन्होंने कंट्रोल रूम को आखिरी मैसेज किया था। इसके तुरंत बाद उनका चॉपर क्रैश हो गया। गौरीकुंड के जंगल में हुए इस क्रैश में कुल 7 लोगों की जान गई है।

4 महीने पहले ही जुड़वां बच्चों के पिता बने जयपुर शहर की शास्त्री नगर कॉलोनी में रहने वाले राजवीर सिंह करीब 14 साल तक आर्मी में रहे। उनकी पत्नी दीपिका चौहान भी लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। दंपती शादी के 14 साल बाद पहली बार चार महीने पहले ही पेरेंट्स बने थे।
उनके जुड़वां बेटे हैं। राजवीर के पिता गोविंद सिंह बीएसएनएल से रिटायर्ड हैं। उन्होंने बताया कि परिवार इन दिनों पोतों के जलवा पूजन की तैयारियां कर रहा था, लेकिन आज मिली खबर से दुखों का पहाड़ टूट गया है।



