नदबई के वेयर हाउस रोड स्थित श्मशान घाट के पास गंदे पानी के तालाब में शुक्रवार सुबह एक गोवंश फंस गया। गंदगी से भरे इस तालाब में फंसे गोवंश को तड़पते देख राहगीरों ने तुरंत गौ सेवकों को सूचना दी। सूचना मिलते ही गौ सेवक मौके पर पहुंचे और आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रस्सों और स्थानीय लोगों की सहायता से गोवंश को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
हादसे ने जहां एक ओर नगर प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया, वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान की जमीनी हकीकत भी सामने ला दी।
तालाब बना जानवरों के लिए मौत का जाल
कुम्हेर रोड पर स्थित तालाब पूरी तरह गंदगी, काई और कीचड़ से भरा हुआ है। स्थानीय लोगों के अनुसार, लंबे समय से तालाब की सफाई नहीं की गई है। गहराई में कीचड़ होने के कारण इसमें कोई भी पशु फंस जाए तो बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।

सरकार द्वारा जल स्रोतों के संरक्षण और सफाई के उद्देश्य से शुरू किए गए वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का उद्देश्य साफ है—जल निकायों की नियमित सफाई और संरक्षण। लेकिन नदबई नगर पालिका प्रशासन ने इस अभियान को सिर्फ कागजों तक ही सीमित रखा है। तालाब की दुर्दशा यह दर्शाती है कि, महज खानापूर्ति कर रिपोर्ट भेज दी गई, जबकि जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं हुआ। तालाब से उठ रही तीव्र दुर्गंध से आसपास के लोगों का जीना दूभर हो गया है।
