जयपुर । झुंझुनूं जिले की पचेरी कलां पुलिस ने रंगदारी और जानलेवा हमले के एक गंभीर मामले में फरार चल रहे दो मुख्य आरोपियों धर्मेंद्र उर्फ मोटिया (21) और संजय उर्फ कोचिया शूटर (20) को धर दबोचा है। इन दोनों पर सहड़ निवासी अनिल कुमार और उनके भाई पर जानलेवा हमला करने और रंगदारी मांगने का आरोप है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया था।
कार्यवाहक एसपी देवेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि यह मामला 27 मई का है। सहड़ निवासी अनिल कुमार ने पचेरी कलां थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि बदमाश धर्मेंद्र उर्फ मोटिया ने उससे हफ्ता (रंगदारी) मांगी और इनकार करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। इसके तुरंत बाद संजय उर्फ कोचिया ने उनके भाई को फिरौती वसूलने के लिए फोन किया।
घबराए हुए भाई ने अनिल को कई बार फोन किया। जब अनिल अपनी दुकान पर पहुंचा तो उन्होंने देखा। धर्मेंद्र, संजय उर्फ कोचिया, नीरज, दीपक और 8-10 अन्य लोग एक काले शीशे वाली बोलेरो में उनकी दुकान पर मौजूद थे। उनके पास लकड़ी के हत्थे वाला फरसा, लाठी-डंडे जैसे घातक हथियार थे।
उन्होंने अनिल और उनके भाई को हफ्ता न देने पर जान से मारने की धमकी दी। नीरज, दीपक और दो अन्य ने अनिल के भाई को पकड़ लिया। संजय ने क्रूरता से उनके दाहिने हाथ की कोहनी पर लाठी से वार किया, जिससे कोहनी में फ्रैक्चर हो गया। जब अनिल ने अपने भाई को बचाने की कोशिश की, तो तीन-चार अन्य लोगों ने उन्हें दबोच लिया। धर्मेंद्र ने जान से मारने की नीयत से अनिल के सिर पर फरसे से प्राणघातक वार किया, जिससे वे वहीं बेहोश होकर गिर पड़ा। गांव के लोगों के इकट्ठा होने पर हमलावर मौके से फरार हो गए।
घटना की गंभीरता को समझते हुए, पचेरी कलां पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। थानाधिकारी राजपाल यादव के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें एएसआई कृष्ण कुमार, कांस्टेबल रोहिताश और घनश्याम जैसे अनुभवी पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम ने घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया और पड़ोसियों से पूछताछ कर घटना की सच्चाई का पता लगाया।
मुखबिरों से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर पुलिस ने धर्मेंद्र उर्फ मोटिया पुत्र लीलाराम अहीर (21) और संजय उर्फ कोचिया शूटर पुत्र बहादुर सिंह (20) निवासी सहड़ थाना पचेरी कला के संभावित ठिकानों पर दबिश दी। लंबी खोजबीन के बाद दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस आगे की जांच कर रही है और उम्मीद है कि इस मामले में अन्य आरोपी भी जल्द ही कानून के शिकंजे में होंगे।
गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड काफी लंबा है। धर्मेंद्र उर्फ मोटिया के खिलाफ पचेरी कलां थाने में पहले से ही हत्या के प्रयास, रंगदारी और मारपीट सहित तीन मामले दर्ज हैं। वहीं संजय उर्फ कोचिया शूटर भी मारपीट और फिरौती के दो मामलों में वांछित था। इन गिरफ्तारियों से न केवल इस जघन्य अपराध का खुलासा हुआ है, बल्कि पचेरी कलां क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने में भी मदद मिलेगी।
