जयपुर पुलिस ने चार साल से फरार इनामी बदमाश को गुरुग्राम से अरेस्ट किया है। वह नाम बदलकर शीशे की फैक्ट्री में जॉब कर रहा था। पुलिस पांच दिन तक मजदूर बनकर आरोपी को ढूंढती रही। काम की तलाश के बहाने फैक्ट्रियों में तलाश की। इसके बाद गिरफ्तार किया। अब प्रताप नगर थाना पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
डीसीपी (ईस्ट) तेजस्वनी गौतम ने बताया- आरोपी मोहन सिंह (27) पुत्र विरेन्द्र सिंह निवासी नीमकाथाना सीकर को अरेस्ट किया गया है। साल 2019 में प्रताप नगर थाने में उसके खिलाफ रेप और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। पुलिस ने अरेस्ट कर कोर्ट में पेश किया था। इसके बाद वह फरार हो गया। वारंट जारी होने के बाद भी आरोपी मोहन सिंह का सुराग नहीं लगा। स्थाई वारंटी मोहन सिंह पर 20 हजार रुपए का इनाम रखा गया।
पुलिस ने मजदूर बनकर तलाश की
पिछले दिनों मुखबिर से मोहन सिंह के दिल्ली-हरियाणा में होने की सूचना मिली। पिछले चार साल से फरार इनामी बदमाश की तलाश में पुलिस टीम रवाना हुई। गुरुग्राम की किसी फैक्ट्री में मोहन सिंह के जॉब करने का पता चला। पुलिस टीम मजदूर बनकर काम तलाश के बहाने फैक्ट्रियों में उसकी तलाश करने लगी। करीब 5 दिन बाद आरोपी मोहन सिंह के रूम पार्टनर पुलिस के हाथ लगा।
शीशे के फैक्ट्री में काम कर रहा था आरोपी
पूछताछ में पता चला कि मोहन सिंह शीशे की एक फैक्ट्री में काम करता है। अपने भाई के आधार कार्ड पर नाम बदलकर जॉब कर रहा है। पिछले दो दिन पहले एक्सीडेंट होने के कारण वह घर पर ही है। पुलिस टीम ने रूम पार्टनर की निशानदेही पर दबिश देकर इनामी बदमाश मोहन सिंह को अरेस्ट किया।
