मालवीय नगर थाना पुलिस ने 11 साल के लापता बालक विकास मीना को 10 दिन के बाद दस्तयाब कर लिया। विकास 13 जून को बिना बताए घर से चला गया था। उसके पिता मलकेश मीना ने 17 जून को थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने ऑपरेशन खुशी 2025 के तहत कार्रवाई शुरू की।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आशाराम चौधरी और सहायक पुलिस आयुक्त आदित्य पूनिया के निर्देशन में जांच शुरू हुई। बालक पहले भी तीन बार घर से बिना बताए जा चुका था। पिछली बार 28 जुलाई 2024 को मामला दर्ज हुआ था।
जगतपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन में बैठा था
इस बार सूचना देर से मिलने के कारण सीसीटीवी फुटेज खंगालने में दिक्कत आई। फिर भी टीम ने मालवीय नगर सेक्टर 3, मॉडल टाउन और जगतपुरा रेलवे स्टेशन तक कैमरे चेक किए। जांच में पता चला कि विकास 13 जून को ही जगतपुरा रेलवे स्टेशन से ट्रेन में बैठकर जयपुर से बाहर चला गया था।
दादरैन से किया दस्तयाब
इसके बाद पुलिस ने बांदीकुई, अलवर, भरतपुर, गोवर्धन, वृंदावन और बयाना रेलवे स्टेशनों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। गोवर्धन और वृंदावन के मंदिरों के फुटेज भी देखे गए। आखिरकार 23 जून को विकास मीना को भरतपुर जिले के बयाना के गांव दादरैन से दस्तयाब किया गया।
पुलिस ने बालक को सकुशल उसके पिता को सौंप दिया। इस कार्रवाई में हेड कॉन्स्टेबल लक्ष्मीचंद और कॉन्स्टेबल रामजीलाल की विशेष भूमिका रही।
