सीकर में आज सुबह रास्ता जाम कर सड़क पर बैठे व्यापारियों को पुलिस ने धक्का देकर हटाया। पुलिस ने हाथापाई भी की। इसके बाद ढाबों और दुकानों के बाहर सामान को अतिक्रमण बताते हुए हटाना शुरू कर दिया। व्यापार महासंघ ने दोषी पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग की है।
दरअसल, लोहारू बस स्टैंड एरिया में दुकानों के बाहर जमा होने वाले सीवरेज के गंदे पानी की निकासी की मांग को लेकर तापड़िया बगीचे से स्टेशन की तरफ जाने वाली सड़क को जाम किया था। पुलिस ने हटाया तो कलेक्ट्रेट पहुंचे और पानी निकासी की मांग को लेकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।

अधिकारियों को बुलाने की बात पर हाथापाई की
व्यापारी नवीन शर्मा ने कहा- बारिश के दौरान जलभराव से समस्या फिर भी नहीं है लेकिन सीवरेज का गंदा पानी सड़कों पर जमा रहता है। हर साल अधिकारियों को शिकायत देते है लेकिन समाधान नहीं होता।
नाली के पास कोई 10 मिनट तक नहीं बैठ पाता। हम इस गंदे पानी के पास पूरे दिन बैठते हैं। गंदे पानी की वजह से कोई कस्टमर भी आना पसंद नहीं करता। हम लोग ज्ञापन देकर परेशान हो चुके थे इसलिए आज तापड़िया बगीचे से स्टेशन की तरफ जाने वाली सड़क को जाम किया।
पुलिस के आने पर हमने संबंधित अधिकारी को बुलाने की बात कही। इस पर पुलिस ने धक्का-मुक्की करके गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। पुलिस ने बेवजह ऐसा किया।
सीकर व्यापार महासंघ के महामंत्री प्रदीप पारीक ने कहा- व्यापारियों के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी मांग है कि जिन पुलिसकर्मियों ने व्यापारियों के साथ हाथापाई की, उन्हें तत्काल प्रभाव से पद से हटाया जाए।
बता दें कि सीकर के लोहारू बस स्टैंड एरिया और मुख्य सड़क पर बारिश में डेढ़ से 2 फीट तक जलभराव होता है। बारिश थमने के बाद भी सड़क किनारे दुकानों के बाहर गंदा पानी जमा रहता है। इसके विरोध में ही व्यापारियों ने सड़क को जाम किया।
अब देखिए मामले से जुड़ी तस्वीरें




