जयपुर में जर्जर हो चुके भवनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। सोमवार को नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर दोनों की टीमों ने कुल चार जगह जर्जर हो चुके मकानों के हिस्से तोड़ दिए।
हेरिटेज निगम में वार्ड नंबर 72 स्थित मनिहारी रास्ते में जर्जर भवन के कुछ हिस्से को गिराने के बाद भवन को सीज कर दिया गया। इस जर्जर मकान को पूरी तरह से नहीं ढहाया गया। चांदपोल बाजार में खेजड़ो का रास्ता स्थित मकान संख्या 2185 पर कार्रवाई की गई। यहां भी मकान को पूरी तरह से नहीं गिराया गया। सिर्फ कुछ हिस्से को ही तोड़ा गया। इसके साथ त्रिपोलिया बाजार में नाटाणीयों की हवेली में जर्जर हिस्से को तोड़ा गया।

मानसरोवर में बुल्डोजर चला
वहीं, ग्रेटर नगर निगम में मानसरोवर जोन में टैगोर पथ पर सरदार पटेल पब्लिक स्कूल के पास 117/442 भवन को बुल्डोजर चलाया गया।
किशनपोल जोन में 65 भवनों को चिह्नित किया गया
किशनपोल जोन उपायुक्त दिलीप भंभानी ने बताया- नगर निगम की ओर से हर साल जर्जर भवनों की जानकारी लेकर कार्रवाई की जाती है। इस साल भी किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में 65 भवनों को चिह्नित किया था, जो जर्जर हालत में थे। इनमें सभी को नगर निगम हेरिटेज की ओर से नोटिस जारी किया था। आज दो जर्जर भवनों को गिराने की कार्रवाई हुई है, इससे पहले मकान मालिकों को नोटिस जारी किए गए थे।
नगर निगम हेरिटेज ने शहर में कुल 126 जर्जर भवनों को चिह्नित किया था
नगर निगम हेरिटेज ने शहर में कुल 126 जर्जर भवनों को चिह्नित किया है। इनमें सबसे अधिक 65 भवन किशनपोल जोन में हैं। हवामहल-आमेर में 29, आदर्श नगर में 18 और सिविल लाइन में 14 जर्जर भवन हैं। जोन उपायुक्तों ने इन भवनों के मालिकों को नोटिस भेजकर मरम्मत के आदेश दिए हैं। नोटिस की मियाद पूरी होने के बाद अब निगम का दस्ता जर्जर इमारतों को गिराने की कार्रवाई कर रहा है।
हेरिटेज आयुक्त डॉ. निधि पटेल ने इस कार्रवाई की मॉनिटरिंग के लिए एक टीम बनाई है। किशनपोल जोन में 6 भवन बेहद खतरनाक स्थिति में हैं। वहीं, पूरे शहर में 126 में से 48 बिल्डिंग ऐसी हैं, जो अधिक जर्जर हालत में हैं।

चारों जोन में 48 अत्यधिक जर्जर बिल्डिंगों को चिह्नित
नगर निगम हेरिटेज विजिलेंस विंग के डिप्टी कमिश्नर आरपीएस पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि मानसून के दौरान किसी भी अनहोनी से बचने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि निगम ने एक विशेषज्ञ कमेटी गठित की है। इस कमेटी ने नगर निगम हेरिटेज के चारों जोन में 48 अत्यधिक जर्जर बिल्डिंगों को चिह्नित किया है। इनमें से 8 बिल्डिंगों को पहले ही सील किया जा चुका है। ये सभी बिल्डिंग बहुत खराब स्थिति में हैं और कभी भी गिर सकती हैं। भौतिक सत्यापन के बाद भवन मालिकों को चेतावनी दी गई है और मरम्मत नहीं करने पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है।
यहां काफी लंबे वक्त से किराएदार रह रहे थे
राठौड़ ने बताया कि इन बिल्डिंगों के जर्जर होने के पीछे एक प्रमुख समस्या यह भी है कि यहां काफी लंबे वक्त से किराएदार रह रहे हैं। वहीं, मकान मालिक चाहता है कि किराएदार मकान खाली करें। ऐसे में वह पुरानी बिल्डिंग को रिनोवेट नहीं करवा रहे हैं। इसकी वजह से बिल्डिंग बहुत बुरी स्थिति में पहुंच गई है। इन जगहों पर बारिश के दौरान कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। ऐसे में हमने उन सभी जर्जर बिल्डिंग को सील कर ध्वस्त करने का फैसला किया है। शुरुआत में नगर निगम की टीम किशनपोल जोन में तीन बिल्डिंगों को ध्वस्त कर अपने अभियान की शुरुआत किया है।

विशेष टीम का गठन किया था
बता दें कि स्वायत्त शासन विभाग के आदेश के बाद नगर निगम हेरिटेज में पुरानी और जर्जर हो चुकी बिल्डिंग को चिह्नित करने के लिए कमिश्नर ने एक विशेष टीम का गठन किया था। इस टीम ने हेरिटेज निगम क्षेत्र में कुल 48 बिल्डिंग को चिह्नित किया है। इनमें से अधिकतर बिल्डिंग किशनपोल जोन में है। जहां जर्जर अवस्था के बावजूद काफी लोग पुरानी बिल्डिंगों में रह रहे है। ऐसे में नगर निगम द्वारा न सिर्फ जर्जर बिल्डिंग को समझाइश कर खाली करवाया जा रहा है। बल्कि, उन्हें सील भी किया जा रहा है। ताकि मानसून के दौरान किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।
