राजसमंद में खमनोर थाना सर्कल में हत्या के मामले में पुलिस ने दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार किया। इससे पूर्व पुलिस ने एक आरोपी को 10 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद दूसरे आरोपी को 12 अगस्त को गिरफ्तार कर आज नाथद्वारा न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
खमनोर पुलिस थाना इंचार्ज सुरेन्द्र सिंह शक्तावत के अनुसार- थाना सर्कल में गत 25 मई को कालूलाल (30) पुत्र परथा भील निवासी नेड़च ने बरवालीया से नवाघर दाडमी जाने वाले रोड़ के पास झाड़ियों में अज्ञात युवक की लाश की सूचना मिली। जिसकी पहचान नहीं होने पर 29 मई को शव का पोस्टमॉर्टम कर अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस ने कालूलाल की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
गोगुंदा थाने में दर्ज हुई गुमशुदगी की रिपोर्ट इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि उदयपुर जिले के गोगुन्दा पुलिस थाने में 31 मई को हीरालाल भील की गुमशुदगी की रिपोर्ट हुई है, जो 23 मई को खुमाणपुरा गांव से गुम हुआ था और उसकी 25 मई को राजसमंद के खमनोर थाना सर्कल में लाश मिली थी। इसके बाद 2 जून को खमनोर में मिली लाश की पहचान हीरालाल के रूप में हुई।
इस दौरान पुलिस को हिम्मत गमेती ने बताया कि हीरालाल की हत्या भगवती लाल पुत्र लक्ष्मण गमेती निवासी खुमाण पुरा ने अपने साथियों के साथ मिलकर हीरालाल की हत्या कर दी और लाश को कार में रखकर घटना स्थल से 15-17 किमी दूर जंगल में डाल दी।
पानी में डुबाकर हत्या कर दी इसके बाद पुलिस ने हत्या के आरोपियों की तलाश शुरू की आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिशें दी। इसके बाद 10 अगस्त को भगवती लाल गमेती को गिरफ्तार किया। जबकि दूसरे आरोपी को 11 अगस्त को गिरफ्तार कर आज न्यायालय में पेश किया गया जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार- मृतक व आरोपी ने पहले शराब पार्टी की, जहां मृतक हीरालाल ने भगवती लाल की बहन के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इसी से नाराज होकर भगवती लाल ने अपने साथी हेमराज की सहायता से हीरालाल को अपनी कार में बैठाकर खुमानपुरा गांव के श्मशान घाट पर लेकर गए, वहां बहते पानी में डुबोकर ऊपर पत्थर रख दिए। हत्या के अगले दिन आरोपियों ने लाश को स्विफ्ट कार में डालकर दाड़मी नेड़च के जंगलों में डालकर भाग गए। पुलिस ने कार को भी जब्त कर लिया है।
