जेडीए जोन -9 में अवैध निर्माणों की बढ़ती संख्या चर्चा का विषय बनता जा रहा है मुख्य रोड जगतपुरा में दाएं व बाएं तरफ धडल्ले से काॅमर्शियल निर्माण संचालित है मेनेजबल सिस्टम के कारण जेडीए के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ती नजर आ रही है।आपको बतादे निर्माणकर्ता ना तो जेडीए प्रशासन से अनुमति ले रहे और ना ही स्वीकृति साथ ही इनको जेडीए कार्रवाइयों का बिल्कुल भी डर नहीं है आपको बतादें जगतपुरा पुलिया से अक्षय पात्र चौराहे तक मुख्य जगतपुरा रोड पर अवैध निर्माणों की भरमार देखी जा सकती है अब सवाल यह है कि जेडीए प्रवर्तन अधिकारी को ये अवैध निर्माण क्यों नहीं दिखते?
इनमें से कई अवैध निर्माणों की शिकायते जेडीए में भी हुई लेकिन ये शिकायते महज कागजों में ही सिमटकर रह गई।
(1) “भुखण्ड संख्या-97,लाजपत नगर मुख्य रोड” पर आवासीय भुखण्ड पर बेसमेंट समेत ग्राउंड फ्लोर पर दुकानों का निर्माण जोरो-शोरों से संचालित है आपको बतादे जेडीए से बिना अनुमति के कॉमर्शियल निर्माण अवैध निर्माणों की श्रेणी में आते हैं लेकिन निर्माणकर्ता सांठगांठ व प्रभावी रसुखात के चलते निर्माण पूर्ण कर लेते हैं।
(2) “रामनगरिया कॉलोनी,मंगल चाय से आगे,एसकेआईटी रोड पर कॉर्नर भुखण्ड” पर जीरो सेटबेक पर बिल्डिंग का निर्माण जोरो-शोरों से संचालित है सुत्रो के मुताबिक उक्त बिल्डिंग में निर्माण कार्य पहले बंद करवाया गया था लेकिन वर्तमान में बदस्तूर जारी है स्थानीय निवासियों ने बताया है कि प्रवर्तन अधिकारी यहां आये थे कुछ समय के लिए निर्माण भी बंद हुआ था
मंगल चाय से आगे, रामनगरिया, एसकेआईटी रोड
(3) भुखण्ड संख्या 17-18, चाणक्यपुरी विस्तार में दो भुखण्डो का मिलान कर बेसमेंट समेत ग्राउंड फ्लोर पर निर्माण कार्य बेलगाम जारी है साथ ही सेटबेक का गंभीर वायलेशन कर बन रही बिल्डिंग कार्रवाई नहीं होने से निर्माण दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है।
(4) जगतपुरा पुलिया के नीचे बाल विहार रेल्वे कॉलोनी में आवासीय भुखण्ड पर बिना अनुमति के बेसमेंट समेत ग्राउंड फ्लोर में दुकानों का निर्माण जोरो-शोरों से संचालित है स्थानीय निवासियों ने बताया कि उक्त निर्माण गोपाल डेयरी वालों का है।
आपको बतादे “रामनगरिया विस्तार भुखण्ड संख्या 430,430ए” में चार मंजिला कॉमर्शियल बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है अंतिम फ्लोर पर छत डाली जा चुकी है गौरतलब है कि जोन से उक्त बिल्डिंग को पूर्व में किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं मिली थी तत्कालीन प्रवर्तन अधिकारी धर्मसिंह मीणा ने पूर्व में 32,33 के नोटिस जारी किये थे।
केन्द्रीय विहार खातियों की ढाणी के सामने वेयरहाउस का निर्माण जोरो-शोरों से संचालित है मिलीभगत व सांठगांठ के संयोजन से इस रोड पर कई जगह वेयरहाउस का निर्माण किया जा रहा है।
17,18 चाणक्यपुरी विस्तार
उच्च अधिकारीयो को अवैध निर्माणों की सही रिपोर्ट पेश ना करना
जोन-9 में अवैध निर्माणों की बढ़ती संख्या का एक कारण यह भी माना जा सकता है कि जेडीए उच्चाधिकारियों के पास अवैध निर्माणों की सही रिपोर्ट पहुंचती ही नहीं है कागजी कार्रवाई में अलग कार्रवाई व धरातलीय स्थिति कुछ और ही होती है शायद इसलिए नोटिस देने के बाद भी निर्माण अनवरत रूप से संचालित रहते हैं।
दलाल प्रथा का सक्रिय होना राज्य सरकार का राजस्व खतरे में होना
सुत्रो के मुताबिक जोन-9 में दलाल प्रथा का सक्रिय दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है अमुख दलाल निर्माणकर्ता व प्रवर्तन शाखा की दुरी को कम करता है आपको बतादे एक ऐसे ही निर्माण पर दलाल ने प्रवर्तन अधिकारी के सामने सीलशुदा पंखों के बॉक्स को बिना जब्त रसीद के उठा ले गया जब यह सारा माजरा तूल पकड़ने लगा तो अमुख दलाल पंखे वापिस करने गया।
अब देखने की बात ये होगी की जयपुर विकास प्राधिकरण के उच्च अधिकारीयो को जानकारी लाने के बाद इन अवैध निर्माणों पर कोई उचित कार्रवाई होगी या फिर इन अवैध निर्माणों पर सिर्फ और सिर्फ नोटिसो का खेल चलता रहेगा?
430, 430ए, रानगरिया विस्तार
हिंद रफ्तार के माध्यम से अगले अंक में दिखाया जाएगा की किस तरीके से अवैध निर्माणों की डील फिक्स होती है आखिर किस प्राइवेट आदमी को इतनी छूट है की वो जेडीए की गारंटी लेने में कोई कसर नहीं छोड़ता?
