राजस्थान में साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण रविवार रात 9:57 बजे से शुरू हुआ। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण या ब्लू मून राज्य के सभी हिस्सों से स्पष्ट रूप से दिखाई दिया।
ग्रहण के दौरान शहर के अधिकांश मंदिरों के कपाट बंद रहे। हालांकि, गोविंद देव जी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई। मंदिर में हरि कीर्तन का आयोजन किया गया और भक्तों को राधा गोविंद देव जी के दर्शन का अवसर मिला।
वहीं चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमान जी मंदिर में पुजारी युवाचार्य योगेश शर्मा ने विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया। उन्होंने चंद्र ग्रहण की शुरुआत से लेकर चंद्र शुद्धि तक निरंतर हवन किया। इस दौरान मंदिर के पट बंद रहे।

Author: Kashish Bohra
Post Views: 6