ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती में पूर्व सैनिकों की भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। राजस्थान सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर एसएलपी को वापस लेने का निर्णय किया है। यह एसएलपी तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की थी। सरकार के इस निर्णय के बाद आज बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर के निवास पर पहुंचे। यहां पर पूर्व सैनिकों ने मंत्री कर्नल राज्यवर्धन का फूल माला पहनाकर स्वागत अभिनंदन किया और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि फौजियों से मेरा रिश्ता सगे भाइयों से भी गहरा है।

कांग्रेस ने संघर्ष को मजबूर किया
मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने पूर्व सैनिकों से कहा कि आप सभी ने देश की सेवा वर्दी पहनकर की है, अब शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली पीढ़ी को तैयार करके राष्ट्र निर्माण में योगदान दीजिए, क्योंकि राष्ट्रहित हमेशा सर्वोपरि है।कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार आपके खिलाफ खड़ी रही, लेकिन आपने अनुशासन और धैर्य के साथ संघर्ष किया। आपने कानून के दायरे में रहते हुए लड़ाई लड़ी और सच्चाई की जीत हुई।
अपने आप को किताबी ज्ञान तक सीमित नही रखे
उन्होंने पूर्व सैनिकों से कहा कि आज आप सैनिक से अध्यापक बन गए हैं। लेकिन आपके भीतर का सैनिक हमेशा जीवित रहना चाहिए। आप अपने विद्यार्थियों को सिर्फ किताबी ज्ञान तक ही सीमित न रखें, बल्कि उन्हें जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना करने की शिक्षा दें। विद्यार्थियों को यह सिखाए कि चाहे कितनी भी चुनौतियां आए, वे मजबूती से खड़े रहें और राष्ट्र की एकता और अखंडता को प्राथमिकता दें।
