जैसलमेर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।पोकरण पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर लोगों को ठगने वाली एक शातिर अंतरराज्यीय गैंग का भंडाफोड़ किया है।पुलिस ने इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से विभिन्न बैंकों के 216 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूरे भारत में हजारों ठगी की वारदातें करना स्वीकार किया है।
एसपी अभिषेक शिवहरे ने बताया कि यह मामला 17 अगस्त 2024 को तब सामने आया,जब मगसिंह नामक व्यक्ति ने पोकरण थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।मग सिंह के अनुसार 10 अगस्त को वह पोकरण रेलवे स्टेशन के पास स्थित एसबीआई एटीएम से पैसे निकालने गए थे।वहां पहले से मौजूद कुछ लोगों ने उनके पिन नंबर देख लिए।जब मगसिंह पैसे नहीं निकाल पाए तो उन लोगों ने मदद के बहाने उनका एटीएम कार्ड ले लिया और चालाकी से उसे बदलकर दूसरा कार्ड पकड़ा दिया।इसके बाद मगसिंह के खाते से लगभग 1,00,000 रुपये निकाल लिए गए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार और सीओ भवानीसिंह के नेतृत्व में अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया।थानाधिकारी छतरसिंह और डीसीआरबी प्रभारी भीमराव सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने तकनीकी और आसूचना के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की।
हजारों किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों अजय सैनी पुत्र जगपाल (28) निवासी बादशाहपुर, सहारनपुर,मोंटी पुत्र पहल सिंह (32) निवासी खुरलकी थाना देवबन्द सहारनपुर और परवेश पुत्र चतरू (43) निवासी मतोली थाना देवबन्द सहारनपुर को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया।
ठगी का तरीका
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे दो-दो के ग्रुप में मोटरसाइकिलों पर निकलते थे और सहारनपुर से चलकर कई राज्यों में घूमते थे।वे अक्सर भीड़-भाड़ वाले एटीएम में जाते थे और पहले से मशीन को खराब कर देते थे। जब कोई ग्राहक पैसे नहीं निकाल पाता था तो वे मदद का बहाना बनाकर उसका एटीएम कार्ड ले लेते थे और बदलकर एक नया कार्ड दे देते थे।इसके बाद वे ग्राहक के असली एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करके पैसे निकाल लेते थे।
यह गैंग उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश,पंजाब, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में सक्रिय थी।आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने रिमांड पर लिया है।उम्मीद है कि विस्तृत पूछताछ में और भी कई वारदातों का खुलासा हो सकता है।
