जयपुर के गोपालपुरा पुलिया के नजदीक पहुंचे लेपर्ड को वन विभाग की टीम ने रविवार को ट्रेंकुलाइज कर लिया है। लेपर्ड की उम्र 10 से 12 महीने की है। जो भोजन और मां की तलाश में वन क्षेत्र से भटककर रिहायशी इलाके में पहुंच गया था। वहीं, अब एमएनआईटी कैंपस में घूम रही दूसरी लेपर्ड की तलाश शुरू की गई है।
दरअसल, जयपुर के गोपालपुरा पुलिया के नजदीक एनबीसी फैक्ट्री में गुरुवार शाम लेपर्ड मूवमेंट की जानकारी मिली थी। इसके बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने फैक्ट्री एरिया में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। लेकिन देर रात होने की वजह से लेपर्ड नहीं मिल सका था। मौके पर पिंजरा लगाया गया था।
इसके बाद शुक्रवार सुबह वन विभाग की टीम को लेपर्ड के फुटप्रिंट फैक्ट्री एरिया से बाहर जाते हुए मिले। इसके बाद वन विभाग की टीम ने स्मृति वन, जलधारा और एमएनआईटी परिसर में भी सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

शनिवार को वापस फुटप्रिंट फैक्ट्री की तरफ जाते हुए मिले
शनिवार को एक बार फिर लेपर्ड के फुटप्रिंट फैक्ट्री की ओर जाते हुए मिले। इसके बाद शनिवार रात को फिर से वन विभाग की टीम फैक्ट्री एरिया में तलाश शुरू की। जहां लेपर्ड को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया। एक्सपर्ट ट्रेंकुलाइजर डॉक्टर अरविंद माथुर को भी बुलाया गया। इनकी देखरेख में रविवार अल सुबह लेपर्ड का सफल रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया।

मां की तलाश में भटककर आया लेपर्ड
क्षेत्रीय वन अधिकारी जितेंद्र सिंह शेखावत ने बताया- गोपालपुरा पुलिया के नजदीक पहुंचे लेपर्ड को सफल तरीके से आज सुबह ट्रेंकुलाइज कर लिया गया है। लेपर्ड मेल है, जिसकी उम्र 10 से 12 महीने की है। जो फिलहाल पूरी तरह से सकुशल है। फिलहाल उसे एक्सपर्ट की निगरानी में झालाना लेपर्ड रिजर्व में रखा गया है। वहीं अब उसकी मां को पकड़ने की भी तैयारी की जा रही है। जिसका पिछले कुछ वक्त से एमएनआईटी परिसर में मूवमेंट है। उम्मीद है कि लेपर्ड भोजन और मां की तलाश में भटक कर गोपालपुरा पुलिया तक पहुंच गया था।

अब वन विभाग की टीम फीमेल लेपर्ड पूजा की तलाश में जुट चुकी है। जो पिछले कुछ दिनों से लगातार एमएनआईटी कैंपस में मूवमेंट कर रही है।
