गरीब-अनपढ़ लोगों के बैंक खाते ठगों को बेचने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों डूंगरपुर के एक ठग के 4 बैंक खाते बेचने की फिराक में थे। सोमवार रात दस्तावेजों का पार्सल निजी बस में रखवाने जा रहे थे। तब पुलिस ने दबोच लिया। ये पहले भी दो ठगों को खाते बेच चुके हैं। दोनों ठगों की तलाश है। मामला उदयपुर की हिरण मगरी थाना पुलिस और जिला स्पेशल टीम का है।
थानाधिकारी भारत योगी ने बताया कि सबसिटी सेंटर पर मंगलवार रात तीन युवकों की ओर से बैंक खाते बेचने की सूचना मिली थी। इस पर डीएसटी प्रभारी श्याम सिंह रत्नू ने मय टीम के साथ ट्रांसपोर्ट ऑफिस के बाहर दबिश दी। वहां से नोखा निवासी प्रवीण निरवाल, नवरत्न कॉम्पलेक्स निवासी माधवेंद्र सिंह और सुंदरवास निवासी भाग्येश लोहार को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 2 चेक बुक, एक पासबुक, 4 एटीएम कार्ड और 4 मोबाइल बरामद किए हैं। चेकबुक नाथद्वारा निवासी इंदर, डूंगरपुर निवासी अजय और पासबुक मल्लातलाई निवासी शेर अली शाह के नाम की थी।
तीनों आरोपी अनपढ़-गरीब लोगों को फंसाते थे पूछताछ में सामने आया कि 5 सितंबर को नागेन्द्र ने माधवेंद्र को फोन कर एक पार्सल लेने को कहा था। कुछ देर बाद एक व्यक्ति फ्लैट पर एक पार्सल दे गया। उसमें 4 एटीएम, एक मोबाइल और बैंक पासबुक थी। तीनों आरोपी अनपढ़-गरीब लोगों को लालच देकर उनके बैंक खाते खुलवाते हैं। फिर बैंक दस्तावेज खुद के पास रख लेते है।
इनसे सिम कार्ड भी खरीद लेते हैं। इन्हें साइबर ठगों को बेच देते है। जो ठगी के पैसे खातों में मंगवाते है। प्रवीण पहले भी डूंगरपुर के रवि चौधरी और नागेन्द्र रावल को खाते बेच चुका है। इसके बदले उसे 30 हजार रुपए कमीशन मिला था। भाग्येश भी नागेन्द्र को खाता बेच चुका है।
