एसपी विकास सांगवान ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पुलिस महज़ कानून-व्यवस्था संभालने वाली संस्था नहीं,बल्कि मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं से ओत-प्रोत परिवार है।जिले के पुलिस जवानों ने अपने साथी,दिवंगत कांस्टेबल चालक संदीप शर्मा के असामयिक निधन के बाद उनके परिवार को जिस तरह से संबल दिया,उसने पूरे समाज में एक सकारात्मक और प्रेरणादायक संदेश दिया है।गत दिनों ड्यूटी के दौरान सड़क दुर्घटना में हुए असामयिक निधन ने पुलिस परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया था।जवान संदीप शर्मा का जाना न केवल पुलिस विभाग के लिए अपूरणीय क्षति है,बल्कि परिवार के लिए असहनीय पीड़ा भी।ऐसे कठिन समय में एसपी विकास सांगवान की पहल पर पुलिस के हर अधिकारी और कर्मचारी ने मिलकर स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग करने का संकल्प लिया देखते ही देखते पूरे पुलिस परिवार ने मिलकर 6 लाख रुपये की राशि एकत्र की।जिला पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने स्वयं दिवंगत कांस्टेबल चालक संदीप शर्मा के परिजनों को यह राशि चेक के रूप में सौंपकर यह विश्वास दिलाया कि धौलपुर पुलिस हमेशा उनके साथ खड़ी है। इस अवसर पर उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों व जवानों ने एक स्वर से कहा कि पुलिस परिवार का कोई भी सदस्य संकट में अकेला नहीं है।एसपी विकास सांगवान ने कहा कि कांस्टेबल संदीप शर्मा जैसे ईमानदार,कर्तव्यनिष्ठ और साहसी जवान हमारी पुलिस फोर्स की रीढ़ हैं।उनका असामयिक निधन हमारे लिए बड़ी क्षति है।लेकिन हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके परिवार को कभी अकेला न छोड़ा जाए।यह 6 लाख रुपये की राशि भले ही संदीप जी की कमी को पूरा नहीं कर सकती,लेकिन यह इस बात का प्रतीक है कि धौलपुर पुलिस हर सुख-दुख में एकजुट परिवार की तरह खड़ी है।
सकारात्मक संदेश समाज के लिए भी:विकास सांगवान
यह घटना सिर्फ पुलिस परिवार तक सीमित नहीं रही,बल्कि पूरे समाज के लिए सीख देने वाली है।जब प्रशासनिक तंत्र का कोई हिस्सा अपने लोगों के साथ इस तरह का व्यवहार करता है,तो आम जनता का विश्वास भी और अधिक मजबूत होता है।लोगों को यह एहसास होता है कि पुलिस वर्दी सिर्फ अधिकार का प्रतीक नहीं,बल्कि कर्तव्य,त्याग और मानवीय संवेदना का भी परिचायक है। धौलपुर पुलिस का यह कदम उन तमाम परिवारों के लिए भी प्रेरणा है,जिन्होंने अपनों को ड्यूटी के दौरान खोया है।पुलिस जवान चौबीसों घंटे आमजन की सुरक्षा में तैनात रहते हैं।ऐसे में उनके परिवार की चिंता करना और उन्हें संबल देना पूरे विभाग का दायित्व है।
संदीप थे बड़े परिवार का हिस्सा:परिजन
संदीप शर्मा के परिजनों की आंखें नम जरूर थीं,लेकिन पुलिस परिवार की यह एकजुटता देखकर उनके चेहरों पर आभार भी झलक रहा था।उन्होंने कहा कि संदीप आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं,लेकिन धौलपुर पुलिस ने यह साबित कर दिया है कि वे वास्तव में एक बड़े परिवार का हिस्सा थे।
