जयपुर जिला कलक्टर डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशानुसार जिले के विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों ने सोमवार को जिले की 150 से अधिक ग्राम सहकारी समितियों का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य किसानों के लिए आवश्यक उर्वरकों की उपलब्धता, वितरण व्यवस्था की पारदर्शिता तथा मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन की स्थिति का आकलन करना था।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने यूरिया, डीएपी एवं एसएसपी जैसे प्रमुख उर्वरकों की मांग,आपूर्ति,वितरण और शेष स्टॉक का विस्तृत जायजा लिया।साथ ही उन्होंने वितरण रजिस्टर,स्टॉक रजिस्टर,मांग एवं आपूर्ति से जुड़े अभिलेख,समिति की बिक्री पर्चियां और भंडारण की स्थिति का भी गहन परीक्षण किया।विशेष रूप से यह देखा गया कि किसानों को उर्वरक वितरण में कोई अनावश्यक विलंब या कमी न हो और निर्धारित दरों पर ही बिक्री हो रही हो।
जिला कलक्टर डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भविष्य में भी इस प्रकार के औचक निरीक्षण नियमित रूप से जारी रखें,ताकि किसी भी स्तर पर अनियमितता न हो और किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।साथ ही स्टॉक की स्थिति की दैनिक मॉनिटरिंग कर किसी भी कमी की स्थिति में तुरंत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
डॉ.जितेंद्र कुमार सोनी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को समय पर गुणवत्तापूर्ण उर्वरक उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जिला प्रशासन किसानों के हित में हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है और यदि किसी भी समिति में अनियमितता पाई जाती है,तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों ने मौके पर किसानों से भी बातचीत कर यह जानने का प्रयास किया कि उन्हें आवश्यक उर्वरक समय पर और पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो रहे हैं या नहीं।किसानों ने अपने सुझाव और समस्याएं भी अधिकारियों के साथ साझा कीं,जिनका समाधान करने के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के दौरान सामने आई सभी जानकारियों एवं अवलोकनों को निर्धारित प्रारूप में संकलित कर जिला कलक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया।रिपोर्ट में आपूर्ति श्रृंखला को और अधिक प्रभावी एवं समयबद्ध बनाने के सुझाव भी शामिल किए गए हैं।
