भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव देर रात को उदयपुर के जगदीश मंदिर में धूमधाम से मनाया गया। रात साढ़े बारह बजे जन्मोत्सव मनाया गया तब जगदीश मंदिर में हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की गूंज थी और जयकारों की गूंज वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। इसके साथ ही उदयपुर के अस्थल मंदिर से लेकर इस्कॉन मंदिर में भी आयोजन हो रहे है।
जगदीश मंदिर में तीन दिवसीय कार्यक्रम शुक्रवार की शाम को शुरू हुए। मंदिर में रात को जन्मोत्सव मनाया गया। ठाकुरजी को झूला झुलाने के साथ ही 56 तरह भोग चढ़ाए और रात साढ़े बारह बजे भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया।
जगदीश में आज नंद उत्सव मनाया जाएगा। इसमें ढाड़ा-ढाड़िन के गीत और नृत्य होंगे और 17 अगस्त को जगदीश चौक में मटकी फोड़ प्रतियोगिता होगी। इसमें एक महिला टीम सहित करीब 10 टीमें शामिल होंगी।
आयड़ स्थित गंगू कुंड के इस्कॉन मंदिर में भी भगवान की अलग-अलग झांकियां सजाई गई है। मंदिर में शुक्रवार की रात सवा बारह बजे महाआरती की गई। सभी दर्शनार्थी को सागाहारी फलाहारी प्रसाद वितरित किया गया।
मन्दिर अध्यक्ष मायापुर वासी प्रभु ने बताया कि शनिवार शाम 6 बजे से हरिनाम संकीर्तन भजन,कथा के बाद इस्कॉन मंदिर में बच्चो के द्वारा कृष्ण लीलाओ पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
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