सीकर में रक्षा बंधन के पर्व को लेकर बाजारों में रौनक छाई हुई है। तबेला बाजार, जाट बाजार, घंटाघर से सूरजपोल गेट, सुभाष चौक और फतेहपुरी गेट क्षेत्र में 200 से ज्यादा राखियों की दुकानें सज गई हैं। महिलाएं और बच्चे रंग-बिरंगी राखियों की खरीदारी के लिए उत्साह के साथ दुकानों पर पहुंच रहे हैं। शाम के समय बाजार में ट्रैफिक दबाव के कारण कई बार जाम की स्थिति बन जाती है।

9 अगस्त को मनाया जाएगा रक्षा बंधन
दुकानदारों ने बताया- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रेशम या सूती धागे की राखी सबसे उत्तम मानी जाती है। ओम, स्वास्तिक, रुद्राक्ष या शुभ रत्नों से सजी राखी सकारात्मक ऊर्जा देती है। लाल, पीला, हरा और केसरिया रंगों वाली राखियां शुभता का प्रतीक हैं। इस साल रक्षा बंधन 9 अगस्त को मनाया जाएगा। श्रावण पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त को दोपहर 2:12 बजे शुरू होकर 9 अगस्त को दोपहर 1:24 बजे समाप्त होगी। भद्रा 8 अगस्त को ही खत्म हो जाएगी, इसलिए पूरे दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रहेगा।
ब्रेसलेट स्टाइल राखियों की बिक्री भी बढ़ी
तबेला बाजार के राखी व्यापारी ईशवर दोदराजका ने बताया- इस बार डायमंड राखियों की डिमांड सबसे ज्यादा है। इनमें जड़े डायमंड कलाई पर चमक बिखेरते हैं। धागे वाली राखियां भी खूब बिक रही हैं। सुभाष चौक में एक राखी व्यापारी के मुताबिक बच्चों के लिए छोटा भीम, मोटू पतलू और लाइट वाली राखियां खास पसंद की जा रही हैं। ब्रेसलेट स्टाइल राखियों की बिक्री भी बढ़ी है। बाजार में 10 से 300 रुपए तक की राखियां उपलब्ध हैं, जो हर बजट में लोगों को लुभा रही हैं।

ठेलों पर भी रंग-बिरंगी राखियां
बाजार में दुकानों के साथ-साथ हाथ ठेले वाले भी रंग-बिरंगी राखियां बेच रहे हैं। बहनें अपने भाइयों के लिए मनपसंद डिजाइनों का चयन कर रही हैं। रक्षा बंधन के इस पावन पर्व पर बाजारों में सुबह से ही चहल-पहल शुरू हो जाती है और दुकानदार भी जल्दी दुकानें खोल रहे हैं।
तबेला बाजार में राखियां खरीदने आईं महिलाओं-युवतियों ने बताया- रक्षा बंधन का यह उत्सव भाई-बहन के प्यार और विश्वास के बंधन को और मजबूत करने का अवसर लेकर आया आता है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। साथ ही वचन लेती हैं कि वह अपनी बहन के साथ-साथ अन्य बहनों की रक्षा भी करेगा।
